बुंदेलखंड में पानी की कमी के चलते लोगों का बुरा हाल है. यहां की महिलाएं सिर्फ़ पानी लाने के लिए घंटों की मशक्कत करती हैं. पानी के इस संकट के बीच कुछ महिलाओं ने पानी पंचायत की शुरुआत की. वो 3 साल तक सरकार से लड़ती रहीं और अंत में तालाब के लिए फंड पाने में क़ामयाब रहीं. अब गर्मियों में भी गांव में पानी की दिक्कत नहीं होती.