देश की दिग्गज आईटी कंपनी इन्फोसिस के शेयरों में मंगलवार को अचानक 14 फीसदी तक की गिरावट आने से निवेशकों को भारी नुकसान हुआ है. दरअसल ये गिरावट कंपनी के मैनेजमेंट पर गंभीर आरोप लगने के बाद आई है. आरोप है कि इन्फ़ोसिस अपनी आय और मुनाफ़े को बढ़ा-चढ़ाकर पेश करने के लिए अपने बही-खातों में हेराफेरी कर रही है. जिसका असर शेयर बाज़ार में कंपनी के शेयरों की ट्रेडिंग पर दिखाई दे रहा है. इन्फोसिस के सीईओ सलिल पारिख और सीएफओ नीलांजन राय गलत आर्थिक व्यवहार के आरोपों से घिर गए हैं. एथिकल एम्प्लॉइज नाम के इन्फ़ोसिस के अज्ञात कर्मचारियों के समूह ने इन्फ़ोसिस बोर्ड के साथ ही अमेरिका के सिक्यूरिटीज़ एंड एक्सचेंज कमीशन को एक पत्र लिखकर आरोप लगाया है कि कंपनी का ज़्यादा मुनाफ़ा दिखाने के लिए निवेश नीति और एकाउंटिंग में छेड़छाड़ किया गया है और ऑडिटर को अंधेरे में रखा है. साथ ही उसके पास अपने आरोपों के प्रमाण में ई-मेल और वॉयस रिकॉर्डिंग भी है. ये पत्र 22 सितंबर को ही लिखा गया था.