नोएडा के 55,000 फ्लैट मालिक अपने घरों में नहीं जा सकते। क्योंकि पर्यावरण मंत्रालय को अभी फ़ैसला करना है कि ओखला पक्षी विहार के आसपास के कौन से इलाक़े पर्यावरण के लिहाज से संवेदनशील हैं। राष्ट्रीय ग्रीन ट्राइब्यूनल ने ओखला पक्षी विहार के दस किलोमीटर के दायरे में आने वाले सभी निर्माण रोक दिए थे, जिसके बाद एक कमेटी बनी और उसकी सिफ़ारिशों के हिसाब से नई अधिसूचना आती। लेकिन अब तक फ्लैट मालिक इंतज़ार ही कर रहे हैं।