अपनी पार्टी में बगावत होने के बाद चिराग पासवान ने आज अपनी चुप्पी तोड़ी. उन्होंने आज एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया. उन्होंने आरोप लगाया कि उनकी बीमारी के दौरान पार्टी तोड़ने की साजिश रची गई. उन्होंने कहा कि अगर चाचा मुझसे कहते तो उन्हें मैं लोकसभा में नेता बना देता. अब एक लंबी लड़ाई लड़नी पड़ेगी. जेडीयू का हाथ इस पूरे विवाद में जरूर है. लेकिन धोखा तो अपनों ने ही दिया. मदद मांगनी पड़े तो काहे का हनुमान, काहे का राम.