भोपाल गैस हादसे को आज 30 साल हो गए, लेकिन आज भी इस हादसे के पीड़ित इंसाफ का इंतजार कर रहे हैं। जहरीले गैस का असर यहां की दूसरी और तीसरी पीढ़ी पर भी दिखाई दे रहा है, लेकिन सरकार ऐसे पीड़ितों की अनदेखी कर रही है। यहां तक की सरकारी रिकार्ड में भी उनके नाम दर्ज नहीं हैं।