मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव की गहमागहमी के बीच भोपाल गैस त्रासदी के पीड़ितों ने मुआवज़ा मांगने का अनोखा अभियान शुरू किया है. पीड़ितों ने घरों के बाहर पोस्टर लगाए हैं, जिसमें कहा गया है कि मुआवज़ा नहीं तो वोट नहीं. वोट उसी को जो मुआवज़ा दिलाएगा. 3 दिसंबर 1984 को भोपाल की यूनियन कार्बाइड कंपनी में गैस रिसाव में हज़ारों लोग शिकार हुए.. ये लोग आज भी उस त्रासदी की पीड़ा झेल रहे हैं.