प्रकाशित: जनवरी 27, 2014 08:00 PM IST | अवधि: 2:12
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आजादी से पहले और आजादी के बाद सियासी दलों का किसी भी मुद्दे पर धरना प्रदशर्न करना एक बहुत पुरानी परंपरा है। लेकिन कई बार इसे लेकर सवाल उठे हैं, क्योंकि यह आम आदमी को तकलीफ पहुंचाता है और उसके जीवन पर सीधा असर डालता है।