उत्तराखंड में मॉनसून ने तोड़े बारिश के सारे रिकॉर्ड, कई जिलों में 10 सितंबर तक बारिश का येलो अलर्ट

मौसम विभाग के मुताबिक 10 सितंबर तक लोगों को बारिश से राहत नहीं मिलेगी. इस वजह से मौसम विभाग ने कुछ जिलों में 10 सितंबर तक बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है.

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  • उत्तराखंड के सभी तेरह जिलों में इस मानसून सीजन में रिकॉर्ड तोड़ भारी बारिश हुई जिससे जनजीवन प्रभावित हुआ
  • भारी बारिश के कारण सड़क, पुल, घर, खेत, होटल, होम स्टे और दुकानों को व्यापक क्षति पहुंची है
  • बारिश से हुई आपदाओं में कई लोगों की मौत, घायल होने और लापता होने की घटनाएं भी सामने आईं
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देहरादून:

उत्तराखंड में मानसून में हुई बारिश ने इस बार सारे रिकॉर्ड तोड़े दिए हैं. लगातार उत्तराखंड के सभी 13 जिलों में भारी बारिश हो रही है. भारी बारिश के चलते उत्तराखंड में सड़क, पुल, घर, खेत, होटल, होम स्टे, दुकानें क्षतिग्रस्त हो गए हैं. वहीं मॉनसून में भारी बारिश के चलते आई आपदाओं में लोगों की मौतें भी हुई हैं. साथ ही कई लोग घायल भी हुए हैं. इतना ही नहीं कई लोग इन आपदाओं के कारण लापता भी हो गए हैं. 

मौसम विभाग के मुताबिक 10 सितंबर तक लोगों को बारिश से राहत नहीं मिलेगी. इस वजह से मौसम विभाग ने कुछ जिलों में 10 सितंबर तक बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है. बता दें कि उत्तराखंड में मॉनसून 24 जून से 27 जून के बीच दाखिल होता है लेकिन इस बार अप्रैल 2025 से ही बारिश का सिलसिला शुरू हो गया था. लगातार हो रही बारिश की वजह से सामान्य जनजीवन काफी प्रभावित हुआ है. 

आमतौर पर 15 अगस्त के बाद सभी जगहों पर बारिश का सिलसिला धीरे-धीरे कम होने लग जाता है. वहीं 15 सितंबर के बाद से बारिश का पैटर्न बहुत ही कम हो जाता है लेकिन इस बार सितंबर की शुरुआत से ही हो रही बारिश को देखते हुए लग रहा है कि सितंबर के पूरे महीने में भी ये सिलसिला जारी रह सकता है. हालांकि, मौसम विभाग के निर्देशक सीएस तोमर ने बताया कि अगले एक हफ्ते में लोगों को बारिश से राहत मिलेगी. 

उत्तराखंड में इस मानसून सीजन में 1274.3 MM बारिश हुई

उत्तराखंड के 13 जिलों की बात करें तो 1 जून 2025 से 4 सितंबर 2025 तक सबसे ज्यादा 247 प्रतिशत बारिश बागेश्वर में हुई है. वहीं चमोली में 93 फीसदी, टिहरी गढ़वाल में 58 फीसदी, हरिद्वार में 54 फीसदी, अल्मोड़ा में 35 फीसदी, देहरादून में 31 फीसदी, उधम सिंह नगर में 32 फीसदी, उत्तरकाशी में 20 फीसदी और चंपावत में एक प्रतिशत बारिश ज्यादा हुई है. इसी तरह कुछ जिले ऐसे भी हैं जहां कम बारिश रिकॉर्ड की गई है. ये जिले हैं नैनीताल, पिथौरागढ़, रुद्रप्रयाग और पौड़ी गढ़वाल. 

2024 में इन जिलों में हुई थी सबसे ज्यादा बारिश

इसी तरह साल 2024 में मॉनसून सीजन में उत्तराखंड में बागेश्वर जिले में सबसे ज्यादा बारिश रिकार्ड की गई थी. बागेश्वर जिले में पिछले साल भी 223% बारिश ज्यादा रिकॉर्ड की गई थी. इसके बाद चमोली जिला जिसमें 74% बारिश ज्यादा दर्ज की गई थी. देहरादून में 21% ज्यादा बारिश रिकार्ड की गई. अल्मोड़ा जिले में 13% बारिश और चंपावत जिले में 6% बारिश उधम सिंह नगर में 9% पिथौरागढ़ जिले में 7% बारिश, टिहरी जिले में 5% बारिश ज्यादा रिकॉर्ड की गई. साल 2024 में उत्तराखंड के ज्यादातर जिलों में बारिश कम रिकॉर्ड की गई थी जिसमें पौड़ी गढ़वाल में सबसे ज्यादा -39% बारिश रिकार्ड दर्ज की गई थी इसके अलावा हरिद्वार और नैनीताल जिले में -15% बारिश, उत्तरकाशी में -5% रुद्रप्रयाग जिले में-4% बारिश रिकार्ड दर्ज की गई थी.

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