- उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर ऑपरेशन कालनेमी शुरू किया गया है, जिसका उद्देश्य फर्जी बाबाओं के खिलाफ कार्रवाई करना है.
- हरिद्वार पुलिस ने इस अभियान के तहत लगभग पचास फर्जी बाबाओं को गिरफ्तार किया है, जो धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचा रहे थे.
- वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक परमेंद्र डोभाल ने बताया कि फर्जी बाबा आम लोगों का विश्वास जीतकर उन्हें नुकसान पहुंचाते हैं और धार्मिक मेलों में भी शामिल होते हैं.
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर ऑपरेशन कालनेमि (Operation Kalanemi) शुरू किया गया है. इसके तहत हरिद्वार पुलिस (Haridwar Police) ने करीब 50 फर्जी बाबाओं को गिरफ्तार किया है. यह अभियान ऐसे साधु-संतों के खिलाफ चलाया जा रहा है, जो साधु का वेश धारण कर जनता की धार्मिक भावनाओं के साथ खिलवाड़ करते हैं. एसएसपी हरिद्वार ने ऐसे लोगों को चिह्नित कर उनके विरुद्ध कठोर कार्यवाही का आदेश जारी किया गया था. अब उनके फर्जी बाबाओं के खिलाफ कार्यवाही के आदेश का असर दिखने लगा है.
हरिद्वार के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक परमेंद्र डोभाल ने फर्जी बाबाओं पर लगाम कसने के लिए शहर और ग्रामीण इलाकों में अलग-अलग टीमों का गठन किया है और लगातार गिरफ्तारियां की जा रही हैं. इसके कारण भगवा चोला पहनकर गली-गली घूमने वाले फर्जी बाबाओं की नींद हराम हो गई है.
लोगों को नुकसान पहुंचाते हैं फर्जी बाबा: डोभाल
एसएसपी परमेंद्र डोभाल ने बताया कि अभी तक गठित टीमों द्वारा 50 से ज्यादा फर्जी बाबाओं को गिरफ्तार किया जा चुका है. साथ ही उन्होंने बताया कि इस तरह के लोग आसानी से आम लोगों पर अपना विश्वास कायम करते हैं और उन्हें नुकसान पहुंचा जाते हैं.
आगे भी जारी रहेगा ऑपरेशन कालनेमि: डोभाल
साथ ही उन्होंने फर्जी बाबाओं को लेकर कहा कि यह लोग अक्सर मेलों में आसानी से शामिल हो जाते हैं और आमजन की धार्मिक भावनाओं को आहत करते हैं. उन्होंने बताया कि ऐसे लोग चोरी और धार्मिक पाखंड करते रहते हैं. डोभाल ने कहा कि कहा कि ऑपरेशन कालनेमि आगे भी जारी रहेगा.