उत्तराखंड के धराली में सैलाब से कुछ मीटर दूर खड़ी लड़की ने बताया क्या-क्या देखा था

शनिवार को धराली के कुछ बच्चों ने सैलाब वाले दिन की कहानी बताई. सोमेश्वर मंदिर के पास मिली ये बच्चियां धराली गांव की ही रहने वाली है. लेकिन अब घर-गांव तबाह होने से इनकी पूरी दिनचर्या बदल चुकी है.

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धराली से NDTV की ग्राउंड रिपोर्ट.
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  • उत्तरकाशी के धराली में आए सैलाब हादसे में आधिकारिक तौर पर सात लोगों की मृत्यु की पुष्टि हुई है.
  • धराली के बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हुई है क्योंकि उनके स्कूल बैग, किताबें और कपड़े मलबे में दब गए हैं.
  • सैलाब के दौरान सोमेश्वर मंदिर में पूजा चल रही थी और वहां मौजूद लोगों ने मुखबा की सीटी सुनकर बचाव किया.
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धराली (उत्तराखंड):

Dharali Ground Report: धराली के हादसे में अभी तक आधिकारिक रूप से 7 लोगों की मौत की जानकारी सामने आई है. लेकिन यहां रह रहे कई लोग अभी तक लापता है. जिनके बारे में पक्के तौर पर कुछ भी कहना जल्दबाजी होगा. लेकिन जैसे-जैसे दिन बीत रहा है, अपनो को खो चुके लोगों की हिम्मत भी टूट रही है. NDTV की टीम इस समय धराली में है. शनिवार को धराली के कुछ बच्चों ने सैलाब वाले दिन की कहानी बताई. सोमेश्वर मंदिर के पास मिली ये बच्चियां धराली गांव की ही रहने वाली है. लेकिन अब घर-गांव तबाह होने से इनकी पूरी दिनचर्या बदल चुकी है.

हादसे ने धराली के बच्चों की बदली दिनचर्या

धराली गांव में आई आपदा में सब कुछ बर्बाद हो चुका है. छोटे स्कूल के बच्चों की पढ़ाई को भी नुकसान हुआ है. बच्चों के कपड़े, किताबें, स्कूल बैग सब इस मलबे में दब गए. धराली गांव के बच्चों ने बताया कि वह सैलाब बेहद ही भयानक और खतरनाक था. जिसकी वजह से उनके स्कूल बैग स्कूल के कपड़े और जूते सब बह गए हैं. पिछले 5 दिनों से वह स्कूल नहीं जा पाए हैं. पढ़ाई का नुकसान हो रहा है.

साक्षी ने बताया- मुखबा वालों ने सीटी बचाई और हमलोग भागे

साक्षी ने बताया कि मंदिर में पूजा चल रही थी. मैं अपने फ्रेंड के यहां थी. किसी ने कहा कि बाढ़ आया. हम लोग देखने गए तो कुछ नहीं था. फिर थोड़ी देर बाद मुखबा के लोगों ने जोरों से सीटी बजाई. मुखबा के लोगों की सीटी सुनते ही हमलोगों ने समझ लिया कि कुछ तो हुआ है. फिर हमने देखा कि बड़ी तेजी से मलबे का सैलाब आया. जिसने सब कुछ तबाह कर दिया. लेकिन सोमेश्वर महाराज की कृपा से हम लोग बच गए.

अचानक सैलाब आया और फिर सब पहाड़ की ओर भागेः खुशी

खुशी नामक एक बच्ची ने बताया कि हम उस समय मंदिर में थे. पूजा हो रही थी. अचानक से सैलाब आया. फिर लोग पहाड़ की ओर से भागे. इन बच्चों का हर्षिल में स्कूल है. वहीं मिली एक बच्ची साक्षी ने बताया कि लेकिन सोमेश्वर महाराज की कृपा से हम लोग बच गए. आप देखो इस मंदिर पर कुछ भी आंच नहीं आई है.

SDRF और पुलिस ने लापता लोगों के लिए शुरू किया सर्च ऑपरेशन

उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के धराली इलाके में हुए हादसे के बाद उत्तराखंड पुलिस और एसडीआरएफ की टीमें लगातार राहत और बचाव कार्य में लगी हुई हैं. हादसे में मलबे में दबे ध्वस्त भवनों और लापता व्यक्तियों के लिए सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है.

उत्तराखंड पुलिस ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा, "धराली, उत्तरकाशी में उत्तराखंड पुलिस और एसडीआरएफ की टीमें मलबे में दबे ध्वस्त भवनों में लगातार सर्च कर रही हैं. लापता व्यक्तियों की तलाश के लिए आधुनिक उपकरणों और डॉग स्क्वाड की सहायता ली जा रही है. ड्रोन के माध्यम से प्रभावित क्षेत्र का निरीक्षण कर स्थितियों पर नजर रखी जा रही है."

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