प्रणव चैंपियन को कोर्ट ने 14 दिनों के लिए भेजा जेल, उमेश कुमार को मिली जमानत

हरिद्वार जिले की खानपुर से निर्दलीय विधायक उमेश कुमार के कैंप कार्यालय पर दिनदहाड़े फायरिंग और तोड़फोड़ की घटना हुई थी जिस मामले में प्रणव चैंपियन का नाम सामने आया था.पूरे घटना का एक वीडियो भी सामने आया है.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins
नई दिल्ली:

उत्तरखंड (Uttarakhand) के हरिद्वार में रविवार को हुई गोलीबारी के मामले में अदालत ने प्रणव चैंपियन को 14 दिनों के लिए जेल भेज दिया. वहीं विधायक उमेश कुमार को 40- 40 हजार ₹ के 2 मुचलकों पर CJM कोर्ट ने जमानत दे दी. मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए कोर्ट परिसर के बाहर भारी पुलिस बल तैनात किया गया था. आपको बता दें कि पुलिस ने रविवार को हुई गोलीबारी और सरेआम पिस्तौल घुमाने के मामले में खानपुर के पूर्व विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन और मौजूदा विधायक उमेश सिंह को हिरासत में लिया था. हालांकि बाद में दोनों को गिरफ्तार भी कर लिया गया है. रविवार को हिरासत में लिए जाने के बाद इन दोनों नेताओं को पूरी रात हवालात में ही गुजारनी पड़ी थी. 

उमेश सिंह ने क्या कहा? 
मौजूदा विधायक उमेश सिंह ने कहा कि चैंपियन अपने समर्थकों के साथ मेरे दफ्तर पर आए थे और 100 से ज्यादा राउंड की फायरिंग की है. आज तक किसी मौजूदा विधायक के घर पर ऐसा नहीं हुआ है. मुझे लगता है कि इस घटना को लेकर मौजूदा सरकार कड़ी कार्रवाई होगी. मुझे उम्मीद है कि इस मामले में जो दोषी है उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. मैंने इस घटना को लेकर सीएम साहब से भी बात की है. उन्होंने मुझे आश्वासन दिया है कि जो भी दोषी पाए जाएंगे उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.  

क्यों हुई थी घटना? 
बीते काफी समय से खानपुर के वर्तमान विधायक उमेश कुमार और पूर्व विधायक प्रणव चैंपियन के बीच एक दूसरे को डराने और धमकाने का मामला सामने आ रहा था. शनिवार से पहले तक दोनों के बीच जारी ये बहस और तनातनी सोशल मीडिया तक ही सीमित थी लेकिन शनिवार को इसने सोशल मीडिया से निकलकर सड़क पर संग्राम का रूप ले लिया. बताया जा रहा है कि उमेश कुमार,चैंपियन  की एक पोस्ट को लेकर शनिवार रात को उनके लंढौर स्थित घर पर समर्थकों के साथ पहुंचे थे. चैंपियन जब वहां नहीं मिले तो उमेश अपने समर्थकों के साथ वापस लौट आए. रविवार को इसी बात का बदला लेने के लिए चैंपियन अपने समर्थकों के साथ उमेश के ऑफिस में धमक गए. जिसके बाद यह घटना हुई. 

हरिद्वार के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रमेंद्र डोभाल ने बताया कि दोनों ही पक्षों के असलहों के लाइसेंस को निलंबित करने की सिफारिश हरिद्वार के जिलाधिकारी से की गयी है. उन्होंने बताया कि पुलिस ने उन्हें दी गई सुरक्षा पर फिर से विचार करने का आग्रह भी किया है. डोभाल ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है. उन्होंने कहा, "कानून-व्यवस्था को चुनौती देने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी." उधर, पुलिस हिरासत में चैंपियन ने कहा कि उनके साथ अन्याय हुआ है. उन्होंने कहा, "पहले विधायक (उमेश कुमार) ने मेरे घर आकर दुर्व्यवहार किया और जब मैंने जवाब दिया तो पुलिस ने मुझे पकड़ लिया."

Featured Video Of The Day
Online Gaming Bill 2025 का असर, Team India की Jersey पर अब नहीं दिखेगा 'DREAM 11'
Topics mentioned in this article