- चारधाम यात्रा को एक दिन के लिए स्थगित किया गया
- भारी वर्षा और भूस्खलन की आशंका के कारण यह निर्णय लिया गया
- यात्रियों की सुरक्षा को सर्वोपरि मानते हुए एहतियाती कदम उठाया गया
- अधिकारियों को अलर्ट पर रखा गया है और राहत दल सक्रिय हैं
प्रदेश में हो रही लगातार भारी वर्षा और भूस्खलन की आशंकाओं को देखते हुए यात्रियों की सुरक्षा को सर्वोपरि मानते हुए चारधाम यात्रा को एक दिन के लिए स्थगित किया गया है. गढ़वाल आयुक्त विनय शंकर पांडेय ने जानकारी देते हुए बताया कि वर्तमान मौसम परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया गया है.
उन्होंने कहा कि यात्रियों की जानमाल की सुरक्षा के मद्देनजर यह एहतियाती कदम उठाया गया है, ताकि मार्गों पर फंसे श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो और उन्हें सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाया जा सके. संबंधित जिलों के प्रशासन को अलर्ट पर रखा गया है और राहत एवं बचाव दलों को सक्रिय किया गया है.
आयुक्त पांडेय ने बताया कि आगे की यात्रा को लेकर निर्णय कल मौसम की स्थिति और मार्गों की समीक्षा के पश्चात लिया जाएगा. श्रद्धालुओं से अपील की गई है कि वे प्रशासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करें और मौसम सामान्य होने तक यात्रा स्थलों की ओर प्रस्थान न करें.
उत्तराखंड में बारिश मचा रही तबाही
- देहरादून से बद्रीनाथ और केदारनाथ तक घनघोर बारिश
- अलकनंदा, मंदाकिनी और अन्य नदियां उफान पर
- लोगों से सुरक्षित जगहों पर जाने को कहा जा रहा है
- उत्तरकाशी में बादल फटने से नया बन रहा होटल बहा, 8 से 9 मजदूर लापता
- रुद्रप्रयाग में संगम घाट पर भगवान शिव की 15 फीट मूर्ति पानी में डूबी
- रुद्रप्रयाग में अलकनंदा और मंदाकिनी के संगम पर भयानक नजारा है
- नारद शिला भी डूबी
उत्तरकाशी में बादल फटने से तबाही
वहीं दूसरी ओर उत्तराकाशी में भी बारिश के चलते जमकर तबाही मची हुई है. जानकारी के मुताबिक यमुनोत्री मार्ग पर जगह-जगह तबाही का मंजर देखने को मिल रहा है. तहसील बड़कोट के सिलाई बैंड के पास बादल फटने की घटना सामने आई है. इसके बाद एसडीआरएफ पुलिस और राजस्व विभाग की टीम मौके पर पहुंची. यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग सिलाई बैण्ड के पास दो-तीन स्थानों पर अवरुद्ध भी है. एनएच बड़कोट पर सड़क खोलने का काम चल रहा है.