उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को दोबारा मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. साथ ही दो उप मुख्यमंत्रियों समेत कुल 54 मंत्रियों ने पद एवं गोपनीयता की शपथ ली. हालांकि नोएडा, गाजियाबाद जैसे कई ऐसे जिले हैं, जहां से एक भी बीजेपी विधायक का मंत्री नहीं बनाया गया है. दोनों जिलों की आठ सीटों पर बीजेपी ने विरोधी दलों का सूपड़ा साफ किया था. गाजियाबाद से पिछली बार अतुल गर्ग को मंत्री बनाया गया था. जबकि गौतम बुद्ध नगर से पिछली बार भी एक भी मंत्री नहीं बना था. नोएडा से इस बार पंकज सिंह के मंत्री बनने के कयास लगाए जा रहे थे. उन्होंने नोएडा सीट से रिकॉर्ड 1.81 लाख वोटों से जीत दर्ज की थी. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के पुत्र पंकज सिंह यूपी बीजेपी में महासचिव भी हैं. वहीं बीजेपी के सुनील शर्मा ने गाजियाबाद जिले के तहत आने वाली साहिबाबाद सीट से रिकॉर्ड 2.10 लाख वोटों से जीत दर्ज की थी. लेकिन उन्हें भी मायूसी हाथ लगी. नोएडा और गाजियाबाद से बीजेपी को चुनाव की दूसरी और तीसरी सबसे बड़ी जीत मिली है.
गाजियाबाद शहर सीट से अतुल गर्ग भी फिर जीते, लेकिन इस बार उनका पत्ता कट गया. गाजियाबाद के तहत गाजियाबाद, मोदीनगर, लोनी, मुरादनगर, साहिबाबाद सीटें आती हैं. जबकि गौतमबुद्ध नगर में नोएडा, दादरी और जेवर सीटें आती हैं. राजनीतिक विश्लेषक पंकज पाराशर का कहना है कि नोएडा, गाजियाबाद ही नहीं बुलंदशहर जिले की भी सभी सीटें बीजेपी ने जीती हैं, लेकिन वहां से भी कोई मंत्री नहीं बनाया गया. उनका कहना है कि किसान आंदोलन के कारण बीजेपी को वेस्ट यूपी में नुकसान हुआ है, लेकिन इसकी सियासी भरपाई की कोई कोशिश नहीं दिखी. मेरठ बेल्ट की बात करें तो यह कतई नहीं लगता कि बीजेपी ने 2024 को देखकर जाट समुदाय को दोबारा साधने की पर्याप्त प्रयास किया है.
कांग्रेस नेता अनिल यादव ने भी नोएडा से फिर कोई मंत्री न बनाए जाने पर सवाल उठाए हैं. गौतमबुद्ध नगर के बीजेपी नेता दीपक यादव ने भी दो बड़ी जीत दिलाने वाले जिलों से किसी को भी मंत्री न बनाए जाने को लेकर पार्टी से सवाल पूछा है. उन्होंने कहा कि यह सवाल हमेशा बना रहेगा कि आखिर क्यों ?
उन्होंने कहा कि यह सवाल हमेशा बना रहेगा कि आखिर क्यों ? आशीष तोमर ने भी यही सवाल उठाए हैं. बीजेपी युवा मोर्चा ग्रेटर नोएडा वेस्ट के महामंत्री गौरव पटेल ने कहा कि प्रदेश की दूसरी और तीसरी सबसे बड़ी जीत भाजपा को देने वाले जिलों से किसी को मंत्रिपद नहीं मिला है. ये सवाल बना रहेगा.