योगी आदित्यनाथ का शपथ ग्रहण : समारोह स्थल पर दिखा उत्सव जैसा माहौल, 60 हजार लोगों ने की शिरकत

दोपहर करीब साढ़े तीन बजे जब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे तो सबका ध्यान उनकी तरफ आकर्षित हो गया. मुख्य मंच पर लोगों के बैठने की व्यवस्था दो हिस्सों में की गई थी.

विज्ञापन
Read Time: 26 mins
उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को दोबारा मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. (फाइल फोटो)
लखनऊ:

उत्तर प्रदेश की किसी भी सरकार का यह संभवतः सबसे भव्य शपथ ग्रहण समारोह था. राजधानी लखनऊ के अटल बिहारी वाजपेयी इकाना क्रिकेट स्टेडियम में योगी आदित्यनाथ की अगुवाई में बनी लगातार दूसरी सरकार के मंत्रिमंडल के शपथ ग्रहण समारोह के दौरान राजनीति से लेकर कारोबार क्षेत्र तक के दिग्गजों की उपस्थिति में उत्सव का माहौल रहा. इस ऐतिहासिक पल का साक्षी बनने के लिए उत्तर प्रदेश के कोने-कोने से आए बीजेपी समर्थकों की भीड़ से इकाना स्टेडियम की तरफ जाने वाले तमाम रास्ते पट गए. दोपहर 11 बजते ही ये सभी लोग स्टेडियम में अपना-अपना स्थान ग्रहण करने की होड़ में जुट गए.

पुलिस सूत्रों के मुताबिक, शपथ ग्रहण समारोह में शिरकत करने के लिए सुबह नौ बजे से ही लोगों की भीड़ जुटने लगी थी, लेकिन इस दौरान भीड़ प्रबंधन के पुख्ता इंतजाम नजर आए और उपस्थित सभी लोग बेहतर तरीके से अपने-अपने स्थान पर पहुंचे. उन्होंने बताया कि शपथ ग्रहण समारोह में करीब 60 हजार लोगों ने शिरकत की. हालांकि, ज्यादातर लोग सफेद कपड़ों में थे, लेकिन उन्होंने भगवा टोपियां, हैट और कमल छपा भगवा रंग का गमछा पहन रखा था. वे समारोह स्थल में प्रवेश करते वक्त 'जय श्री राम' और 'योगी-मोदी जिंदाबाद' जैसे नारे लगा रहे थे.

करीब 37 साल के बाद उत्तर प्रदेश की कोई सरकार पांच साल का कार्यकाल पूरा करके दोबारा पूर्ण बहुमत के साथ सत्ता में लौटी है. इकाना स्टेडियम की तरफ जाने वाले रास्तों पर बड़ी संख्या में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और अन्य वरिष्ठ बीजेपी नेताओं के पोस्टर तथा पार्टी के झंडे नजर आए. समारोह में पहुंचे लखनऊ के तेलीबाग निवासी हरेराम सिंह ने कहा, 'मैं बीजेपी का सदस्य नहीं हूं, लेकिन मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की विचारधारा का समर्थक हूं. इसलिए मैं उन्हें देखने आया हूं.'

Advertisement

इकाना स्टेडियम की तरफ जाने वाले शहीद पथ को आम लोगों के लिए सुबह छह बजे ही बंद कर दिया गया था, मगर आगंतुकों की भीड़ की वजह से इस मार्ग पर काफी चहल-पहल थी और स्टेडियम के बाहर मुख्य मार्ग तथा सर्विस मार्ग पर भारी जाम लगा था. इसी वजह से लोगों को लगभग एक किलोमीटर पैदल चलकर आयोजन स्थल पर जाना पड़ा. अनेक लोगों को पार्किंग पास होने के बावजूद जगह न होने के कारण अपनी गाड़ी खड़ी करने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा.

Advertisement

बाराबंकी के रहने वाले बीजेपी कार्यकर्ता सुमित वर्मा ने कहा, 'मेरे पास पार्किंग का पास है, लेकिन भारी जाम की वजह से मैं अपना वाहन स्टेडियम के नजदीक भी नहीं ले जा पा रहा हूं, इसलिए मैं अपनी गाड़ी यहीं खड़ी करके पैदल आयोजन स्थल जाऊंगा.' पहले से ही अपनी खूबसूरती के लिए विख्यात इकाना स्टेडियम के अंदर का नजारा बेहद भव्य था. स्टेडियम के बाहर तीन मंच बनाए गए थे, जिन पर कलाकारों ने पारंपरिक नृत्य कार्यक्रम पेश किए.

Advertisement

स्टेडियम के बाहर कुछ जगह पर दुकानें भी लगी थीं, जहां बीजेपी की टोपियां, राष्ट्रीय ध्वज, भगवा रंग के गमछे और मोदी तथा योगी की तस्वीरों वाले बैज बिक रहे थे. इन दुकानों पर बुलडोजर खिलौने भी हाथों हाथ खरीदे जा रहे थे. गोंडा से आए 24 वर्षीय बीजेपी समर्थक शिव शक्ति सिंह ने कहा, 'योगी बाबा बुलडोजर बाबा हैं और वह प्रदेश में सभी अपराधियों के साथ-साथ हर उस व्यक्ति पर बुलडोजर चला देंगे, जो हिंदू समाज को नुकसान पहुंचाने की जुर्रत करेगा.'

Advertisement

स्टेडियम के अंदर उत्तरी हिस्से में मुख्य मंच तैयार किया गया था. वहीं, इसके बीच के हिस्से में बीजेपी के चुनाव चिह्न यानी कमल की एक बड़ी आकृति उकेरी गई थी. मुख्य मंच की बाई तरफ एक और मंच तैयार किया गया था, जहां पर गायन और अन्य प्रस्तुतियां दी जा रही थीं. इस दौरान भोजपुरी अभिनेता और गायक दिनेश लाल यादव ने बीजेपी के लिए लिखे गए लोकप्रिय गीत गाकर लोगों का मनोरंजन किया.

दोपहर करीब साढ़े तीन बजे जब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे तो सबका ध्यान उनकी तरफ आकर्षित हो गया. मुख्य मंच पर लोगों के बैठने की व्यवस्था दो हिस्सों में की गई थी. शपथ लेने वाले विधायकों के लिए बाईं ओर कुर्सियां लगाई गई थीं, जबकि आमंत्रित किए गए बीजेपी शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों तथा पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेताओं के लिए दाईं तरफ बैठने की व्यवस्था की गई थी.

कार्यक्रम स्थल पर मौजूद सभी लोग शपथ ग्रहण समारोह को बेहतर ढंग से देख सकें, इसके लिए दर्शक दीर्घा में पूर्व तथा पश्चिम की तरफ दो विशाल स्क्रीन लगाई गई थीं. इसके अलावा दो स्क्रीन मुख्य मंच के पीछे लगाई गई थीं. उत्तर प्रदेश की किसी भी सरकार का यह संभवतः भव्यतम शपथ ग्रहण समारोह था. वर्ष 2017 में योगी आदित्यनाथ की अगुवाई वाली पहली सरकार का शपथ ग्रहण समारोह कांशीराम स्मृति उपवन में हुआ था. वहीं, वर्ष 2012 में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ला-मार्टिनियर कॉलेज के मैदान में आयोजित समारोह में शपथ ली थी.

(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
Featured Video Of The Day
कौन है MP Pratap Chandra Sarangi?