- बरेली में दंगाइयों को नियंत्रित करने की जिम्मेदारी अब विशेष प्रशिक्षित महिला कमांडो को दी गई है
- महिला कमांडो को मार्शल आर्ट और अत्याधुनिक हथियार चलाने की ट्रेनिंग दी गई है, जो दंगों से निपटने में सक्षम हैं
- बरेली में 'आई लव मोहम्मद' के नारे के बाद माहौल तनावपूर्ण हो गया था.
उत्तर प्रदेश के बरेली में अब दंगाइयों की खैर नहीं है. ऐसा इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि प्रशासन ने विजयादशमी के मौके माहौल खराब करने वालों को ठीक करने के लिए जिम्मेदारी अब महिला कमांडो को दी है. ये महिला कमांडो कोई सधाराण कमांडो नहीं है. ये विशेष ट्रेनिंग ले चुकी हैं और इन्हें अच्छे से पता है कि आखिर दंगाइयों से कैसे निपटा जाता है. आपको बता दें कि सीएम योगी ने इस यूनिट को पिछले महीने ही लॉन्च किया है.
मार्शल आर्ट से करेंगी 'इलाज'
बरेली में जिन महिला कमांडो को अब दंगाइयों को ठीक करने की जिम्मेदारी दी गई है वो ऐसे लोगों को संभालने में पूरी तरह से सक्षम हैं. ये सभी महिला कमांडो को मार्शल आर्ट आती है साथ ही साथ इन्हें अत्याधुनिक हथियार चलाना भी आता है. यूपी के बरेली में जिन महिला कमांडो को उतारा गया है वो प्रदेश की पहली ऐसी महिला कमांडो यूनिट है.
आई लव मोहम्मद... के बाद बिगड़ा था माहौल
आपको बता दें कि कुछ दिन पहले बरेली में जुमे की नमाज के बाद 'आई लव मोहम्मद' के बैनर और नारों को लेकर माहौल तनावपूर्ण हो गया था. इस दौरान इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल (आईएमसी) के अध्यक्ष मौलाना तौकीर रजा को प्रशासन ने नजरबंद कर दिया, जिसके बाद शहर में सुरक्षा व्यवस्था और कड़ी कर दी गई थी. बरेली के थाना बारादरी क्षेत्र में फइक एंक्लेव में ठहरे मौलाना तौकीर के आवास के बाहर भारी पुलिस बल तैनात किया गया था.
उस दौरान मौलाना ने आरोप लगाया कि जैसे ही वह नमाज के लिए निकलने वाले थे, प्रशासन को उनकी लोकेशन का पता चल गया. उन्होंने कहा था कि डीएम और अन्य अधिकारी मेरे आवास पर पहुंचे और मुझे बाहर जाने से रोक दिया. पूरी पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई. सरकार मुसलमानों के खिलाफ सख्ती बरत रही है.
तौकरी रजा समेत उनके कई गुर्गे भी पकड़े गए
पुलिस ने कार्रवाई करते हुए बरेली में माहौल बिगाड़ने की कोशिश करने के आरोप में मौलाना तौकीर रजा और उनके कई गुर्गों को गिरफ्तार किया है. तौकीर रजा और उनके साथियों पर आरोप है कि उन्होंने जानबूझकर एक जगह पर बड़ी संख्या में लोगों को इकट्ठा किया और माहौल बिगाड़ने की कोशिश की. पुलिस की जांच में पता चला है कि माहौल बिगाड़ने के लिए व्हाट्सएप ग्रुप की मदद से लोगों को बुलाया गया था.