वाराणसी : काशी विश्वनाथ धाम में अब मिलेगा मोटे अनाज से बना लड्डू 'श्री अन्न प्रसादम'

पीएम नरेन्द्र मोदी ने मोटे अनाज के उपयोग को प्रोत्साहित करने के लिए उस ‘श्री अन्न’ का नाम दिया, उत्तर प्रदेश सरकार ने मोटे अनाज का ‘श्री अन्न प्रसादम’ बेचने का फैसला लिया

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प्रतीकात्मक तस्वीर
लखनऊ:

मोटे अनाज को बढ़ावा देने के लक्ष्य से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा उन्हें ‘श्री अन्न' का नाम दिए जाने के बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने उनके संसदीय क्षेत्र वाराणसी में स्थित काशी विश्वनाथ धाम में मोटे अनाज से बने लड्डुओं का प्रसाद ‘श्री अन्न प्रसादम' बेचने का फैसला लिया है. एक अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी. आधिकारिक बयान में कहा गया है, ‘‘काशी से निकली बात पूरी दुनिया में पहुंचती है और ‘श्री काशी विश्वनाथ धाम' के संदेश को दुनिया भर के सनातनी मानते हैं. इसलिए, योगी आदित्यनाथ नीत सरकार की पहल पर श्री काशी विश्वनाथ धाम में अब मोटे अनाज का भोग लगा हुआ लड्डू प्रसादम् के रूप में बिकने लगा है.''

गौरतलब है कि संयुक्त राष्ट्र 2023 को 'मोटा अनाज वर्ष' के रूप में मनाने की घोषणा कर चुका है. मोटे अनाज जैसे ज्वार, बाजरा, मक्का आदि तमाम आवश्यक पोषक तत्वों से युक्त होते हैं और सेहत के लिए बहुत लाभकारी हैं.

वाराणसी के मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु नागपाल ने बताया, ‘‘स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा श्रीकाशी विश्वनाथ धाम मोटे अनाज के लड्डू, ''श्री अन्न प्रसादम'' बनवाए जा रहे हैं. प्रसाद की बिक्री शुरू हो गई है.''

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स्व-रोजगार उपायुक्त दिलीप सोनकर ने बताया, ‘‘श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर के लिए प्रसाद का लड्डू पहले भी राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन से जुड़ी स्वयं सहायता समूह की महिलाएं ही बनाती थीं. उन्हीं को ‘श्री अन्‍न प्रसादम्' बनाने का काम सौपा गया है.''

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‘श्री अन्न प्रसादम' बना रही स्वयं सहायता समूह की अध्यक्ष सुनीता जायसवाल ने बताया, ‘‘बाजरा, गुड़, तिल, काजू, बादाम, शुद्ध घी और दूध के खोया से प्रसाद का लड्डू तैयार किया जा रहा है.'' उन्होंने बताया कि फिलहाल 100 व 200 ग्राम के लड्डू के पैकेट बिक्री के लिए उपलब्ध हैं.

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