उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले में भाजपा जिला अध्यक्ष अमर किशोर कश्यप व भाजपा महिला कार्यकर्ता का आपत्तिजनक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल मामले में आया नया मोड आ गया है. भाजपा कार्यकत्री ने इस मामले में पुलिस को शिकायती पत्र देकर राजनीतिक साजिश के तहत वीडियो वायरल करने का आरोप लगाते हुए अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है. शिकायत में कहा गया है कि तबीयत खराब होने के बाद भाजपा नेता उन्हें सहारा दे रहे थे, वो मेरे परिवार की तरह हैं.
आपत्तिजनक वीडियो वायरल होने के बाद बाद इस मामले में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के निर्देश पर प्रदेश महामंत्री गोबिंद नारायण शुक्ला द्वारा इस मामले में पत्र जारी कर जिलाध्यक्ष से 7 दिनों ने कारण बताओ नोटिस जारी कर जवाब तलब किया था. अब इस मामले में कथित पीड़िता ने मीडिया के सामने आकर सफाई दी है. उनका कहना है कि 12 अप्रैल को उनकी तबीयत खराब हो गई थी, जब वह लखनऊ से लौट रही थीं. इसके बाद उन्होंने जिला अध्यक्ष को फोन किया था और जिला अध्यक्ष ने उन्हें आराम करने के लिए भाजपा कार्यालय पर छोड़ा था. इस दौरान उन्हें चक्कर आ गया, जिसके बाद भाजपा जिला अध्यक्ष द्वारा जमीन पर गिरने से मुझे बचाया गया. इसी घटना का वीडियो कुछ लोग सोशल मीडिया पर वायरल कर रहे हैं. वह मेरे परिवार की तरह हैं. राजनीतिक साजिश के तहत इस मामले में उनका फंसाया जा रहा है, जिसकी शिकायत छपिया थाना क्षेत्र में देकर कार्रवाई की मांग की गई है. इस मामले में अगर जरूरत पड़ेगी, तो महिला आयोग से भी सहायता लेकर जांच को आगे बढ़ाया जाएगा.
वहीं, इस मामले में भाजपा जिला अध्यक्ष अमर किशोर कश्यप ने मीडिया के सामने आकर सफाई दी है. उन्होंने साफ कहा है कि भाजपा कार्यकर्ता ने उन्हें 9 बजे के आसपास फोन किया था. उन्होंने कहा था कि तबीयत ठीक नहीं है. इसके बाद मैंने उन्हें बस अड्डे से लाकर भाजपा कार्यालय में आराम करने के लिए छोड़ दिया. इस दौरान उनको चक्कर आया, तो हमने सहारा दिया. हां, अगर सहारा देना गलत है, तो मैंने गलत किया है.
फिलहाल इस मामले में पुलिस ने पीड़ित महिला की शिकायत पर अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कानूनी कार्रवाई में जुड़ गई है. अब देखने वाली बात यह होगी कि इस मामले में भाजपा आलाकमान क्या निर्णय लेती है?
(अनुराग कुमार सिंह की रिपोर्ट)