नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में उत्तर प्रदेश के तमाम शहरों में हुई हिंसा को लेकर यूपी के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने एनडीटीवी से बातचीत में कहा कि इस मुद्दे पर विपक्षी दलों ने अफ़वाहें फैलाईं. जो सामान्य मुस्लिम नमाज़ पढ़ने मस्जिद गए उन्हें भड़काया गया. सिमी नाम के आतंकवादी संगठन से जुड़े लोग पीएफआई नाम का संगठन चलाने लगे. पीएफआई के खिलाफ ठोस सबूत मिले हैं. मस्जिद गए मुसलमानों को भड़काया गया. यूपी सरकार ने गृह मंत्रालय से कहा है कि इस पर पाबंदी लगाई जाए. देश विरोधी गतिविधि करने का प्रयास किया गया,
जो निर्दोष हैं वो जेल जाने के बाद छूट जाता है. उन्हें सजा नहीं होगी. केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि जब बवाल चल रहा था तब कुछ ऐसे नाम भी आ गए होंगे, वो छूट जाएंगे. जो दोषी हैं उनको नहीं छोड़ा जाएगा. बदला शब्द को गलत भाव से नहीं लेना चाहिए. सुप्रीम कोर्ट का फैसला है कि सरकारी संपत्ति को जो नुक़सान पहुंचाएगा, उससे वसूली होगी. अगर गलत नोट्स गए होंगे तो वापस हो जाएंगे. राज्य सरकार बदले की भावना से काम नही करती है. जो दोषी हैं उनके खिलाफ कार्रवाई होगी. वो चाहे प्रियंका जी, सोनिया जी राहुल जी, तीनों जी आ जाएं तो भी कार्रवाई होगी.