मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खेतीबाड़ी की चर्चा करते हुए अक्सर इसमें आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल हो, वे अक्सर प्रोत्साहन की बात करते हैं. तकनीक का प्रयोग हर तरह की खेती में काफी लाभकारी है. खेतीबाड़ी में ड्रोन तकनीक ऐसी ही एक आधुनिक तकनीक है. उत्तर प्रदेश के किसान भी शीघ्र ही खेतीबाड़ी में ड्रोन का प्रयोग कर सकेंगे.
ड्रोन के जरिए किसान एक एकड़ खेत में कीटनाशकों, वाटर सॉल्युबल (पानी में घुलनशील) उर्वरकों और पोषक तत्वों का सिर्फ सात मिनट में छिड़काव कर सकते हैं. इस तकनीक से समय और संसाधन तो बचेगा ही, मैनुअल छिड़काव से होने वाले संबंधित व्यक्ति को जहरीले रसायनों के खतरे से मिलने वाली सुरक्षा बोनस के रूप में होगी.
सस्ते के साथ-साथ असरदार भी
विषेषज्ञों के अनुसार पर्णीय छिड़काव (घोलकर किए जाने वाले छिड़काव) के और भी लाभ हैं. अगर यह ऊपर से हो तब तो और भी. मसलन मैनुअल छिड़काव की तुलना में ऊपर से किए जाने वाले छिड़काव से खेत समान रूप से संतृप्त होता है. छिड़काव जिस चीज का भी किया जाता है, वो पौधों में पत्तियों के जरिये ऊपर से नीचे तक जाता है. साथ ही इसका असर भी बेहतर होता है.
प्रदेश सरकार को शीघ्र मिलेंगे 32 ड्रोन
ऐसे में सीमित संख्या में ही सही, उत्तर प्रदेश के किसान भी शीघ्र ही अपनी खेतीबाड़ी में ड्रोन का प्रयोग कर सकेंगे. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रयासों से केंद्र सरकार की तरफ से उत्तर प्रदेश सरकार को कुल 32 ड्रोन उपलब्ध कराए जा रहे हैं. इनमें से 4 कृषि विश्वविद्यालयों को, 10 कृषि विज्ञान केंद्रों और बाकी 18 आईसीएआरआई (इंडियन कौंसिल ऑफ एग्रीकल्चरल रिसर्च इंस्टीट्यूट) के संस्थानों को मिलेंगे.
ड्रोन को खरीदने के लिए केंद्र सरकार की ओर से 5 करोड़ 60 लाख रुपये की धनराशि रिलीज कर दी गई है. इनके जरिए प्रदेश भर में कुल 8 हजार हेक्टेयर भूमि पर डेमोंसट्रेशन कराया जाना है. एफपीओ और कृषि स्नातकों को 40 से 50 फीसद अनुदान पर ड्रोन मिलेंगे. खेतीबाड़ी के उपयोग के लिए ये ड्रोन प्रदेश के कृषि स्नातकों को 50 प्रतिशत अनुदान पर, कृषि उत्पादन संगठनों (एफपीओ) एवं कोऑपरेटिव सोसाइटीज को 40 फीसद अनुदान पर मिलेंगे.
ड्रोन चलाने के लिए प्रदेश भर में होगा डिमांस्ट्रेशन
इस तरह किसी कृषि स्नातक को लगभग 10 लाख रुपए मूल्य के इस ड्रोन के लिए केवल 5 लाख रुपए चुकाने होंगे. पिछले दिनों कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही की मौजूदगी में सैकड़ों किसानों के समक्ष लखनऊ स्थित रहीमाबाद में ड्रोन का डिमोस्ट्रेशन देखा गया. तब कृषि मंत्री ने कहा कि इससे होने वाले लाभ के प्रति किसानों को जागरूक करने के लिए शीघ्र ही पूरे प्रदेश में इस तरह के डिमांस्ट्रेशन कराए जाएंगे.
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