सौतन का सदमा नहीं हुआ बर्दाश्त! रोते-रोते मां की गोद में दे दी जान, पढ़ें पूरा मामला

मंगलवार को रीता के मोबाइल की घंटी बजी. फोन उठाया तो उधर से एक महिला ने कहा मैं तुम्हारी सौतन बोल रही हूं. बस इतना सुनते ही रीता के पैरों तले जमीन खिसक गई. उनकी नींद जैसे गायब हो गई.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins
सौतन का नाम सुनते ही महिला की मौत.
फटाफट पढ़ें
Summary is AI-generated, newsroom-reviewed
  • उत्तर प्रदेश के हरदोई की रीता को पति की जिंदगी में दूसरी महिला होने की जानकारी से गहरा सदमा पहुंचा था.
  • 26 अगस्त को रीता के मोबाइल पर एक महिला ने खुद को उसकी सौतन बताया, जिससे वह व्यथित हो गई.
  • पति से मिलने के लिए वह बस से निकल पड़ी, रास्ते में उसकी मौत हो गई.
क्या हमारी AI समरी आपके लिए उपयोगी रही?
हमें बताएं।

एक महिला कुछ भी बर्दाश्त कर सकती है लेकिन पति की जिंदगी में किसी और महिला को वह नहीं देख सकती. सौतन के नाम से ही वह सिहर उठती है. उसका नींच-चैन जैसे सबकुछ उड़ जाता है. उत्तर प्रदेश के हरदोई की रहने वाली रीता के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ. पिता की मौत की खबर सुनकर वह मायके आई थी. पति से कुछ अनबन हुई तो मां-भाई के साथ दिल्ली आकर रहने लगी. लेकिन पति की जिंदगी में कोई और आए ये वह सपने में बी नहीं सोच सकती थी. सिर्फ एक फोन कॉल ने रीता से उसकी सांसें छीन लीं.

ये भी पढ़ें- कांच के जैसे टुकड़ों में बिखरा हाईवे, NH44 पर गहरी खाई, रोंगटे खड़े करने वाला नजारा

सौतन का सदमा नहीं हुआ बर्दाश्त

हुआ कुछ यूं कि मंगलवार को रीता के मोबाइल की घंटी बजी. फोन उठाया तो उधर से एक महिला ने कहा मैं तुम्हारी सौतन बोल रही हूं. बस इतना सुनते ही रीता के पैरों तले जमीन खिसक गई. उनकी नींद जैसे गायब हो गई. आनन फानन में रीता मां और भाई के साथ दिल्ली से मायके अतरौली के लिए चल पड़ी. बस में पूरे रास्ते वह मां की गोद में आंसू बहाती रही. शायद सौतन का सदमा वह बर्दाश्त नहीं कर पा रही थी. जैसे उनके मन पर बड़ा आघात सा हुआ था. रीता जैसे ही अतरौली ढिकुन्नी पहुंची, मां की गोद में ही उसने जान दे दी. 

मां की गोद में बेटी ने तोड़ा दम

परिवार समझ ही नहीं पा रहा है कि आखिर हुआ क्या. बेटी अचानक कैसे चली गई. बता दें कि जलालपुर की रहने वाली रीता की शादी ढाई साल पहले सीतापुर के रहने वाले शैलेन्द्र से हुई थी. शादी के कुछ समय बाद रीता को टीबी की बीमारी हो गई थी. जिसके बाद पति उसे मायके छोड़ गया.  इलाज चला और जब उसकी तबीयत ठीक हो गई तो पारिवारिक समझौते के बाद उसे पति के साथ ससुराल भेज दिया  गया. 

पति से मिलने से पहले ही हो गई मौत

 24 मई को रीता के पिता की मौत हो गई थी, जिसके बाद वह अपने मायके जलालपुर आई थी . यहां पर पति से कुछ अनबन हुई तो वह मां और भाई रोहित के साथ दिल्ली चली गई थी. 26 अगस्त को रीता के फोन पर एक महिला ने खुद को उसकी सौतन बताया तो ये बात वह बर्दाश्त नहीं कर सकी. वह बस पकड़कर गांव के लिए दौड़ पड़ी. मां ने बताया कि वह पूरे रास्ते उनकी गोद में सिर रखकर रोती रही. ढ़िकुन्नी में अचानक उसकी सांसे थम गई. जिसके बाद उसके शव को अतरौली प्रभारी निरीक्षक मारकंडेय सिंह ने पोस्टमार्टम के लिए भेजवा दिया. यह घटना हैरान कर देने वाली है.

Featured Video Of The Day
Jammu: उफनती हुई चिनाब नदी में बह रहे BSF Sub-Inspector की लोगों ने बचाई जान | floods