- यूपी विधानसभा में विकसित भारत-विकसित उत्तर प्रदेश, आत्मनिर्भर भारत-आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश पर चर्चा चल रही है
- चर्चा के दौरान बांके बिहारी मंदिर निर्माण से संबंधित संशोधित अध्यादेश सदन में पेश किए जाने की संभावना है.
- समाजवादी पार्टी विजन 2047 के खिलाफ 47 सवाल पूछकर योगी सरकार के विजन डॉक्यूमेंट को चुनौती दे रही है.
उत्तर प्रदेश विधानसभा में आज सुबह 11 बजे से ही विकसित भारत-विकसित उत्तर प्रदेश, आत्मनिर्भर भारत-आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश के विजय डॉक्यूमेंट को लेकर चर्चा शुरू हो गई है. सुबह 11 बजे शुरू हुई ये चर्चा कुल 24 घंटे तक चलेगी. बताया जा रहा है कि इस दौरान बांके बिहारी मंदिर निर्माण भी संशोधित अध्यादेश सदन के समक्ष पेश किया जा सकता है. योगी सरकार के विजन डॉक्यूमेंट के खिलाफ समाजवादी पार्टी अपना 'रीजन' लेकर आ रही है. इसके तहत सपा सत्ता पक्ष से विजन 2047 के विरोध में कुल 47 सवाल पूछेगी. हम आपको विधानसभा की कार्यवाही की पल-पल की अपडेट देने जा रहे हैं...
LIVE अपडेट्स: ...
डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक बोले- 2017 से पहले यूपी में दयनीय थी कानून-व्यवस्था
यूपी विधानसभा में उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने विपक्ष, खासकर पिछली सपा सरकार पर पलटवार करते हुए आरोप लगाया कि 2017 में भाजपा के सत्ता में आने से पहले राज्य में बुनियादी ढांचे और कानून-व्यवस्था की स्थिति "दयनीय" थी. लेकिन अब उत्तर प्रदेश में सबसे ज़्यादा एक्सप्रेसवे हैं और 75 ज़िलों को चार लेन वाली सड़कों से जोड़ा गया है.
"उत्तर प्रदेश गेहूँ, दूध और चीनी उत्पादन में देश में नंबर एक है. पाठक ने कहा, "स्वास्थ्य सेवाओं में उल्लेखनीय प्रगति हुई है, जिसमें 80 मेडिकल कॉलेज, रायबरेली और गोरखपुर में एम्स और 5,250 एमबीबीएस सीटें शामिल हैं."
आयुष्मान भारत योजना के तहत साढ़े पाँच करोड़ कार्ड बनाए गए हैं. मच्छर जनित बीमारियों पर नियंत्रण पाया गया है और टीबी, मलेरिया तथा जल जनित बीमारियों को पूरी तरह से खत्म करने का लक्ष्य है.
पाठक ने कहा कि हर मंडल में सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल और ट्रॉमा सेंटर स्थापित किए जाएँगे. मधुमेह, उच्च रक्तचाप और कैंसर जैसी बीमारियों पर प्रभावी नियंत्रण के लिए रोग निगरानी और रोकथाम प्रणाली विकसित की जाएगी.
जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने डबल इंजन सरकार की उपलब्धियां गिनाई
जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने 'डबल इंजन' सरकार की उपलब्धियाँ गिनाते हुए कहा कि 2017 से पहले उत्तर प्रदेश को 'बीमारू' कहा जाता था और निवेशक और व्यवसायी राज्य से पलायन कर रहे थे. जल शक्ति विभाग की उपलब्धियों का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि 76,527 किलोमीटर नहरों के माध्यम से एक करोड़ 4 लाख हेक्टेयर भूमि में सिंचाई की व्यवस्था की गई है और राज्य को राष्ट्रीय जल पुरस्कार.
संसदीय कार्य मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने क्या कुछ कहा?
"विकसित भारत-विकसित उत्तर प्रदेश, आत्मनिर्भर भारत-आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश" विषय पर चर्चा की शुरुआत करते हुए, राज्य के वित्त एवं संसदीय कार्य मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने कहा कि उत्तर प्रदेश देश की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की राह पर है. उन्होंने इस बात पर ज़ोर दिया कि भारत तभी विकसित राष्ट्र बनेगा जब राज्य विकास के लिए ठोस और प्रभावी कदम उठाएँगे.
खन्ना ने कहा, "आज हम एक ऐसी स्थिति में आ गए हैं जहाँ हम एक दीर्घकालिक दृष्टिकोण तैयार कर रहे हैं और इसके लिए यह आवश्यक है कि सभी सम्मानित सदस्य एकजुट होकर इस प्रयास का हिस्सा बनें ताकि आज़ादी के 100 वर्ष पूरे होने पर हमारा देश और राज्य पूर्ण रूप से विकसित हो सके."
2017 से पहले यूपी के गांवों न तो खंभे थे, न ही तार... अरविंद कुमार शर्मा
नगरीय विकास एवं ऊर्जा मंत्री अरविंद कुमार शर्मा ने कहा कि उत्तर प्रदेश प्रधानमंत्री के विकसित भारत के संकल्प को साकार करने के लिए तेज़ी से काम कर रहा है. 2017 से पहले बिजली व्यवस्था की खराब स्थिति का ज़िक्र करते हुए उन्होंने कहा कि "गाँवों में न तो खंभे थे और न ही तार, और बिजली बिलों में घोटाले होते थे".
लेकिन अब राज्य में 32,000 मेगावाट की अधिकतम माँग पूरी हो रही है - जो 2012-17 के 13,000 मेगावाट से ज़्यादा है. शर्मा ने शहरी प्रबंधन में हुई प्रगति का भी ज़िक्र किया और बताया कि लखनऊ देश के तीन सबसे स्वच्छ शहरों में शामिल हो गया है.
आज ही कार्ययोजना बनानी चाहिए...यूपी विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना
यूपी विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने कहा, "...भविष्य को ध्यान में रखते हुए आज ही कार्ययोजना बनानी चाहिए... 2017 में पीएम मोदी ने आज़ादी के 100 साल बाद भारत के भविष्य का विजन पेश किया था और उसे हासिल करने के लिए प्रयास शुरू किए थे... हर राज्य ने 2047 के लिए अपना विजन भी बनाया है. उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री और सरकार ने तय किया है कि इस विजन पर विधानसभा में 24 घंटे विस्तार से चर्चा होगी. विधानसभा के सदस्य अपने विजन पेश करेंगे, सुझाव देंगे और इसमें सुधार के लिए कोई कमी होने पर उस बारे में बताएंगे. इसके बाद जनता से सुझाव लिए जाएंगे और फिर 2047 के लिए एक अंतिम विजन डॉक्यूमेंट तैयार किया जाएगा, जिसे विधानसभा में पेश किया जाएगा. इसके बाद, वहां इस पर फिर से चर्चा होगी..."
24 घंटे नहीं, 72 घंटे हो... सदन में सपा के चैलेंज पर हंस पड़े सीएम योगी
उत्तर प्रदेश विधानसभा में नॉनस्टॉप 24 घंटे चर्चा चल रही है.विधानसभा की कार्यवाही शुरू होने के बाद उस समय स्थिति दिलचस्प बन गई जब नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय ने कहा कि चर्चा 72 घंटे चलनी चाहिए. इस पर सदन में ठहाके गूंज गए. सदन में मौजूद सीएम योगी भी मुस्कुरा पड़ेगा. विधानसभा अध्यक्ष ने इस पांडेय से कहा कि सर्वदलीय बैठक में उन्होंने ही कहा था कि 72 घंटे की चर्चा क्या करेंगे, 24 घंटे की जाए.इसके बाद माता प्रसाद पांडेय ने कहा कि मैंने गोरखपुर से सीएम का बयान पढ़ा कि 24 घंटे चर्चा करेंगे. तब मैंने सोचा की 72 ही घंटे चर्चा चलाएंगे. मेरे बहुत सारे विधायक हैं. वे हिस्सा लेना चाहते हैं. इतने समय में क्या हो पाएगा. इस पर विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि वे सभी को समय देंगे.
समाजवादी पार्टी के विधायकों ने किया प्रदर्शन
विधानसभा की कार्यवाही शुरू होते ही समाजवादी पार्टी के विधायक विधानसभा परिसर में बने चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा पर प्रदर्शन करते नजर आए. समाजवादी पार्टी की विधायकों ने कहा कि "विजन नही रीजन बताओ" सपा आज सदन मे विजन 2047 के विरोध मे 47 सवाल पूछेगी. उन्होंने कहा कि जब हमारा वर्तमान ही अच्छा नहीं है, फिर हमें सपने क्यों दिखाए जा रहे हैं.
(इनपुट- सचिन सिंह)