- मुरादाबाद में मंत्री के कार्यक्रम के दौरान बिजली गुल होने पर उन्होंने पांच इंजीनियरों को निलंबित कर दिया है.
- बिजली मंत्री ने जांच करवाई जिसमें पांच इंजीनियरों को दोषी पाया गया, इसके बाद तुरंत कार्रवाई का आदेश दिया गया.
- जूनियर इंजीनियर ललित सिंह पर कार्यक्रम स्थल के नजदीक बिजली सप्लाई रोकने का आरोप लगा है,
यूपी के बिजली मंत्री ए के शर्मा इन दिनों विवादों में हैं. अपने अजीबोग़रीब बयान को लेकर वे विपक्ष ही नहीं, बीजेपी के भी निशाने पर हैं. बीजेपी की सहयोगी पार्टी जेडीयू ने तो उनके खिलाफ मोर्चा ही खोल दिया था. यूपी के बिजली मंत्री ए के शर्मा ने बयान दिया था कि बिहार में बिजली आती नहीं है, इसीलिए फ्री कर दी गई है. इसका ज़बरदस्त विरोध हुआ. फिर मंत्री जी ने सफाई देते हुए कहा कि मीडिया ने उनके बयान को ग़लत तरीके से पेश किया था.
10 मिनट बिजली गुल 5 इंजीनियर सस्पेंड
यूपी के बिजली मंत्री ए के शर्मा अब ग़ुस्से में हैं. मुरादाबाद में उनके एक कार्यक्रम में बिजली गुल हुई, तो उन्होंने 5 इंजीनियर सस्पेंड कर दिए. उन्होंने चीफ इंजीनियर से लेकर जूनियर इंजीनियर तक निलंबित कर दिया. मंत्री जी के कार्यक्रम में 10 मिनट के लिए बिजली चली गई थी. अब इस 10 मिनट के बदले 5 इंजीनियरों पर एक्शन लिया है. चीफ इंजीनियर अरविन्द सिंघल, SE सुनील अग्रवाल, EE प्रिंस गौतम, SDO राणाप्रताप, JE ललित कुमार सस्पेंड, कर दिए गए हैं.
मंत्री जी की जगहंसाई
बिजली मंत्री का कार्यक्रम मुरादाबाद के गांधी पार्क में था. वे मंच पर थे. इसी दौरान बिजली गई तो मंत्री जी की जगहंसाई हुई. कार्यक्रम ख़त्म होने के तुरंत बाद उन्होंने पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम की एमडी ईशा दुहान को जांच कर कार्रवाई के आदेश दिए. ईशा यूपी कैडर की IAS अफसर हैं. उन्होंने जांच में पांच इंजीनियरों को दोषी पाया. जिन पर एक्शन हो गया है.
बिजली सप्लाई रोकने का आरोप
बिजली मंत्री ए के शर्मा के कार्यक्रम से दो किलोमीटर दूर कंपनी बाग में बिजली घर हैं. यहां पर तैनात जूनियर इंजीनियर ललित सिंह पर बिजली सप्लाई रोकने का आरोप लगा है. निसम के मुताबिक वीवीआईपी कार्यक्रम की जानकारी बिजली विभाग के स्थानीय ऑफिस को दी जाती है. अगर कोई इमरजेंसी ना हो तो कार्यक्रम स्थल के पास के विद्युत केंद्र की बिजली सप्लाई बंद नहीं की जाती है. कंपनी बाग बिजली घर के जूनियर इंजीनियर ललित सिंह पर इस नियम को तोडने का आरोप है. उन्होंने टैक्सी स्टैंड बिजली घर पर आ रही विद्युत 33 हज़ार केवीए की लाइन में एक फॉल्ट सही कराने के लिएं आपूर्ति को बंद करा दिया,जूनियर इंजीनियर ललित सिंह के अलावा बिजली विभाग के चार बाक़ी अफ़सरों पर भी काम में लापरवाही बरतने के आरोप में कार्रवाई हुई है.
बिजली मंत्री ए के शर्मा राजनीति में आने से पहले IAS अफसर रहे. वीआरएस लेकर राजनीति में आए. इससे पहले प्रधानमंत्री कार्यालय में थे. नरेन्द्र मोदी के गुजरात के सीएम रहने के दौरान शर्मा उनके सचिव थे. अपने बयान को लेकर वे हमेशा विवादों में रहा करते हैं. बीते दिनों भी वे सोशल मीडिया में खूब वायरल हुए थे. सुल्तानपुर में बिजली संकट को लेकर लोगों ने शिकायत की तो मंत्री ने कहा हनुमान चालीसा पढ़ा करो.