उत्तर प्रदेश के 67 जिलों में 1,174 केंद्रों पर शनिवार को पांचवें और अंतिम दिन पुलिस भर्ती परीक्षा सफलतापूर्वक आयोजित की गई. प्रशासन की ओर से इस बार निष्पक्ष परीक्षा सुनिश्चित करने के लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे. परीक्षा में शामिल अभ्यर्थियों ने भी प्रशासन की व्यवस्था पर खुशी जताई. साथ ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी निष्पक्ष, पारदर्शी और शांतिपूर्ण तरीके से परीक्षा संपन्न कराने के लिए सभी को बधाई दी.
सीएम योगी ने एक्स पर लिखा, "आरक्षी नागरिक पुलिस के 60,200 से अधिक पदों पर चयन के लिए आयोजित लिखित परीक्षा-2023 के निष्पक्ष, पारदर्शी एवं शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न होने की सभी अभ्यर्थियों को हार्दिक बधाई! परीक्षा में सहभागिता करने वाले सभी ऊर्जावान और अनुशासित युवाओं को मनोनुकूल परिणाम प्राप्त हों, सभी का भविष्य उज्ज्वल हो, इस हेतु अनंत मंगलकामनाएं! विश्व की सबसे बड़ी सिविल पुलिस भर्ती परीक्षा को सफलतापूर्वक, सकुशल संपन्न कराने में सहयोगी सभी जनों, उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड और समस्त जनपदों के जिला प्रशासन को हृदय से धन्यवाद!"
.@Uppolice आरक्षी नागरिक पुलिस के 60,200 से अधिक पदों पर चयन के लिए आयोजित लिखित परीक्षा-2023 के निष्पक्ष, पारदर्शी एवं शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न होने की सभी अभ्यर्थियों को हार्दिक बधाई!
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) August 31, 2024
परीक्षा में सहभागिता करने वाले सभी ऊर्जावान और अनुशासित युवाओं को मनोनुकूल परिणाम प्राप्त…
वहीं परीक्षा में शामिल होने वाले अभ्यर्थियों ने भी शासन-प्रशासन की व्यवस्था पर खुशी जताई. उन्होंने कहा कि इससे पहले की परीक्षा में व्यवस्था की कमी थी, लेकिन इस बार की व्यवस्था अच्छी है. साथ ही हमारे आने-जाने के लिए भी सरकार की ओर से बस की व्यवस्था की गई थी, जो निशुल्क था.
बिहार के बक्सर से लखनऊ परीक्षा देने पहुंची वंदना कुमारी ने कहा कि पुख्ता व्यवस्था के साथ ही इस बार परीक्षा में आए सवाल भी अच्छे थे, ये ज्यादा परेशान करने वाले नहीं थे. पेपर का लेवल अच्छा था. साथ ही इस बार परीक्षा केंद्र की सुरक्षा व्यवस्था देखकर लगता है कि किसी तरह की कोई गड़बड़ी नहीं हुई है और जिसने पढ़ा होगा उसका अच्छा रिजल्ट आएगा. इस बार हम इंतजाम से बहुत संतुष्ट हैं.
इधर नोएडा में पुलिस कांस्टेबल की भर्ती के लिए फर्जी नाम से परीक्षा देने के आरोप में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है. परीक्षार्थी शिव यादव को विमलेश कुमार के फर्जी नाम से परीक्षा देते पकड़ा गया.
प्रश्न पत्र लीक होने के आरोपों के बाद 17 और 18 फरवरी को आयोजित पुलिस भर्ती परीक्षा रद्द कर दी गई थी. प्रदेश में पुलिस के 60,000 से अधिक पदों को भरने के लिए नये सिरे से परीक्षा कराना जरूरी हो गया था.