उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव पर निशाना साधा है. कुशीनगर में एक कार्यक्रम में सीएम योगी ने कहा कि साल 2017 से पहले अब्बा जान कहने वाले राशन हजम कर जाते थे. उन्होंने कहा, 'पीएम मोदी के नेतृत्व में तुष्टिकरण की राजनीति के लिए कोई जगह नहीं है. क्या 2017 से पहले सभी को राशन मिलता था? 'अब्बा जान' कहने वाले ही राशन हजम कर जाते थे.' 'अब्बा जान' शब्द का इस्तेमाल ज्यादातर मुस्लिम पिताओं को संबोधित करने के लिए करते हैं. योगी आदित्यनाथ ने पहले भी कई ऐसे ही बयान दिए हैं.
सीएम योगी ने कहा, 'पीएम मोदी के बाद सही मयाने देश के विकास और देश के राजनीतिक एजेंडे को बदला. देश की राजनीति 1947 में जाति, मजहब, क्षेत्र, भाषा, परिवार और वंश तक सीमित थी. गांव के लिए, गरीब के लिए, किसान के लिए, नौजवान के लिए, महिलाओं के लिए, बच्चों के लिए, बिना भेदभाव के लिए समाज के हर तबके तक विकास को पहुंचाया. इसका परिणाम हुआ कि हर तबके के लोगों को विकास समान रूप से मिल रहा है. लेकिन तुष्टिकरण किसी का नहीं. तुष्टिकरण की राजनीति जब तक देश के अंदर थी, तब विकास नहीं था, दंगे, भ्रष्टाचार, अराजतकता, आतंकवाद, अत्याचार, अन्याय था. लेकिन आज सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास है.'
साथ ही उन्होंने कहा, 'हर गरीब को शौचालय दिया गया. क्या शौचालय देने के लिए किसी का चेहरा देखा गया. राशन मिल रहा है? क्या 2017 से पहले भी मिलता था? तब तो अब्बा जान कहने वाले राशन हजम कर जाते थे. तब कुशीनगर का राशन नेपाल और बांग्लादेश पहुंच जाता था. आज कोई गरीबों का राशन निगलेगा तो जेल जाएगा.'
पिछले महीने, मुख्यमंत्री ने यूपी विधानसभा में कहा था कि कुछ कुछ लोगों ने तब टीका लगवाया है, जब उनके 'अब्बा जान' ने टीका लगवा लिया. उनकी यह टिप्पणी मुलायम सिंह यादव के टीका लगवाने के कुछ दिनों बाद आया था.