उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद में डेंगू जैसे बुखार से 10 दिनों में करीब 53 लोगों की मौत हो गई है और 186 अस्पताल में भर्ती हैं. इसमें करीब 45 बच्चे हैं. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मामले की जांच बिठा दी है. और फिरोजाबाद मेडिकल कॉलेज के कोविड वार्ड को इतने बड़े पैमाने पर बच्चों की मौत होने पर जिला प्रशासन ने पहले से आठवें दर्जे तक के स्कूल एक हफ्ते के लिए बंद कर दिए हैं.
6 साल का लकी खुशकिस्मत नहीं निकला, बुखार आया और तीन दिन के अंदर गुजर गया. जिसने जन्म दिया उस मां का अब रो रोकर बुरा हाल है. लोगों की राय पर सरकारी मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया लेकिन बचा नहीं.
लकी के चाचा प्रकाश ने कहा, 'तीन दिन हो गए बुखार डेंगू को. जांच भी करवाई, फिर सबने कहा कि सरकारी अस्पताल ले चलो. वहां कुछ लोग डॉक्टर और नर्स वगैरह ने लापरवाही भी बहुत की. सुबह रेफर कर दिए आगरा के लिए. आगरा ले जा रहे थे, 10 मिनट पहले खत्म हो गया.'
एक और शख्स सुनील फिरोजाबाद मेडिकल कॉलेज में बीमार बेटे अभिजीत के बिस्तर से हटना नहीं चाहते. उनकी बेटी अंजलि तीन रोज पहले यहां डेंगू से गुजर गई. अब इतनी दहशत में हैं कि किसी अनहोनी की आशंका से बेटे के बिस्तर से हटते नहीं हैं.
सुनील कहते हैं, 'आज से 6 दिन पहले दोनों बच्चों को बुखार आया था. उनमें से मेरी बेटी तीसरे दिन गुजर चुकी है यहां पर. उसे ट्रीटमेंट में प्रॉब्लम आई. बेटी भी मेरी गुजर गई. उसके बाद मेरा बेटा भर्ती है अभी.'
फिरोजाबाद मेडिकल कॉलेज का नजारा बहुत दिल दुखाने वाला है. बुखार से तड़पते बच्चे वार्ड में भरे हुए हैं. इतने बच्चे एक साथ शायद ही कभी बीमार होकर यहां पहुंचे हों. 45 बच्चों की मौत से बीमार बच्चों के मां-बाप में दहशत है.
फिरोजाबाद मेडिकल कॉलेज के बाल रोग विशेषज्ञ डॉक्टर एलके गुप्ता कहते हैं, 'जयादतर बच्चे जो हैं वायरल फीवर से पीड़ित हैं. इनमें कुछ केसेस में डेंगू फीवर भी निकल रहा है. इसके अलावा जो मौसमी बीमारियां हैं, मौसम के आधार पर उल्टी, दस्त, कई बार बुखार के साथ झटके आना. लेकिन वो दिमागी बुखार नहीं है. 6 महीने से 5 साल के बीच बुखार के प्रति कई बच्चों का दिमाग थोड़ा कमजोर होता है तो उनको झटकेक आ जाते हैं. वह चिंता की बात नहीं है.'
इसी वार्ड में 15 साल की कोमल भी भर्ती है. कोमल बुखार आने पर शनिवार को यहां भर्ती हुई थी. घर वाले उम्मीद में थे कि अब ठीक हो गई जाएगी. लेकिन अब डॉक्टर ने जवाब दे दिया है. उसे अलीगढ़ ले जाने कह रहे हैं. बच्चों में बुखार का पहला मामला 18 अगस्त को सामने आया था. बीजेपी के विधायक मनीष असीजा हर मरने वाले बच्चे के घर जा रहे हैं और मौतों के आंकड़े भी रख रहे हैं.
विधायक मनीष असीजा कहते हैं, 'माननीय मुख्यमंत्री जी जब निकले हैं यहां से उसी वक्त एक बेटी रेनू नाम की, उसकी मौत हुई. तो 39 और 6. तो उस वक्त तक तो जिला प्रशासन और व्यवस्था में था, तो ये हो गए 45. और हमारे हिसाब से उस समय हो रहे थे 49-50. और आज हो गए 52-53.'
इतने बच्चों की मौत की खबर सुन सीएम योगी आदित्यनाथ सोमवार को खुद अचानक फिरोजाबाद पहुंच गए. अस्पताल बच्चों को देखने भी गए और जो बच्चे गुजर गए उनमें से कुछ के घर अफसोस जाहिर करने भी गए.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, 'मेडिकल कॉलेज में पर्याप्त मात्रा में मैन पावर उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं. हर एक व्यक्ति को बेहतर सर्विलांस के माध्यम से उपचार की सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए यहां पर निर्देश दिए गए हैं.'