बस 33.33 पर्सेंट वोटिंग! बुधवार को गाजियाबाद सदर उपचुनाव में वोटर किसी तरह से पास हो पाए. गाजियाबाद में वोटिंग इतनी कम रही कि शाम 5 बजे तक यह 33 के पास ही पहुंच पाया. बाकी आठ सीटों को भी मिला दें तो उत्तर प्रदेश की नौ सीटों पर शाम पांच बजे तक मतदान औसम से कम ही रहा. महाराष्ट्र में 58.22 पर्सेंट तो झारखंड में 67.59 प्रतिशत वोटिंग हुई. इस तरह से वोटिंग में झारखंड ने बाजी मारी.सबसे बड़ी बात यह कि यूपी उपचुनाव में वोटिंग के दौरान दिनभर घमासान मचा रहा. वोटरों को रोकने और फर्जी वोट डलवाने के आरोपों पर समाजवादी पार्टी और बीजेपी में वाकयुद्ध चलता रहा. दोनों ही पार्टियों ने अपनी पूरी ताकत चुनाव में झोंक दी थी. हालांकि वोटिंग बहुत सुस्त ही दिखी. आखिर यूपी के वोटरों के मन क्या है? क्या अखिलेश यादव का यह आरोप सही है कि बीजेपी का वोटर घर से नहीं निकला है? आखिर कम वोटिंग क्या इशारा कर रही है?
जानिए एग्जिट पोल महाराष्ट्र में क्या इशारा कर रहे हैं
यूपी में किस सीट पर कितना मतदान (5 बजे तक का डेटा)
सीट | मतदान प्रतिशत |
कटेहरी | 56.7 |
करहल | 53.9 |
मीरापुर | 57.00 |
गाजियाबाद | 33.3 |
मझवां | 50.4 |
खैर | 46.4 |
फूलपुर | 43.43 |
कुंदरकी | 57.3 |
सीसामाऊ | 49.03 |
दिनभर बीजेपी और समाजवादी पार्टी में मचा रहा संग्राम
उत्तर प्रदेश की नौ विधानसभा सीट के उपचुनाव के लिए बुधवार को मतदान के बीच सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी (सपा) के बीच जोरदार सियासी झड़प हुई. दोनों ही पार्टियों ने एक-दूसरे पर धांधली और गुंडागर्दी के आरोप लगाए. सपा ने निर्वाचन आयोग की भूमिका पर सवाल खड़े करते हुए बीजेपी पर मतदान में धांधली का आरोप लगाया. वहीं, बीजेपी ने आरोप लगाया कि सपा के कार्यकर्ता ‘गुंडागर्दी' कर रहे हैं. साथ ही साथ महिलाएं और पुरुष भी बुर्का पहनकर ‘फर्जी मतदान' कर रहे हैं. सपा के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने लखनऊ में आयोजित प्रेस वार्ता में आरोप लगाया कि बीजेपी उपचुनाव जीतने के लिए वोट के बजाय 'बेईमानी' पर भरोसा कर रही है
उन्होंने दावा किया, 'हमने करहल, सीसामऊ, मीरापुर, कुंदरकी और फूलपुर, मझवां सहित विभिन्न निर्वाचन क्षेत्रों में अनियमितताओं के बारे में शिकायतें दर्ज कराई हैं. इन शिकायतों के बावजूद ऐसा लगता है कि निर्वाचन आयोग इन पर आंखें मूंदे हुए है. ऐसा लगता है कि निर्वाचन आयोग की संवेदनाएं अब काम नहीं कर रही हैं.'
यादव ने आरोप लगाया, 'BJP इन उपचुनावों को वोट के जरिए नहीं बल्कि जोड़-तोड़ के जरिए जीतना चाहती है. हार के डर से बीजेपी प्रशासन पर अनुचित तरीके से काम करने का दबाव बना रही है.' उन्होंने कहा, "मैं अपने मतदाताओं से अपील करता हूं कि वे मतदान केंद्रों पर जाएं, सिर्फ एक बार नहीं बल्कि कई बार और तब तक वहीं रहें जब तक वे अपना वोट न डाल दें. यह हमें दिया गया अधिकार है और हर किसी को इसका इस्तेमाल करना चाहिए.'
अखिलेश पर बीजेपी का पलटवार
यादव के इन आरोपों पर पलटवार करते हुए भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह ने सपा कार्यकर्ताओं पर उपचुनाव के दौरान ‘गुंडागर्दी' करने का आरोप लगाया. उन्होंने दावा किया कि सपा समर्थक बाहरी लोगों और असामाजिक तत्वों को लाकर चुनाव को प्रभावित करने का प्रयास कर रहे हैं तथा बुर्का पहनी महिलाएं फर्जी मतदान कर रही हैं. सिंह ने लखनऊ में प्रेस वार्ता में आरोप लगाया, ''पीडीए (पिछड़े, दलित और अल्पसंख्यक) का नारा देने वाले अखिलेश यादव के लाल टोपी वाले गुंडे आतंक फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। ना तो सरकार, ना ही भारतीय जनता पार्टी और ना ही उत्तर प्रदेश की जनता इसे बर्दाश्त करेगी.'' सिंह ने पुलिस से मतदाताओं के पहचान पत्रों की जांच न करने की मांग करने के लिए सपा की भी आलोचना की और उन पर चुनाव प्रक्रिया में हेराफेरी करने के लिए फर्जी पहचान पत्रों का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा, ''फर्जी मतदान समाजवादी पार्टी की पहचान बन गया है'