यूपी में बीजेपी का नया अध्यक्ष कौन होगा ! ये तय नहीं हो पाया है. पर चुनाव को लेकर संगठन अपनी तैयारियों में जुटा है. लखनऊ में इसी बात को लेकर बीजेपी की बड़ी बैठक हुई. मीटिंग में चुनाव पर मंथन हुआ. बैठक में फैसला हुआ कि हर बूथ पर कम से कम 100 वोटर बढ़ाए जायें. हर विधानसभा सीट पर 10 से 20 हज़ार वोटर बढ़ाने का लक्ष्य रखा गया है. साथ ही बांग्लादेशी घुसपैठियों के नाम वोटर लिस्ट में शामिल न हो पाएं, इसको लेकर भी पार्टी सतर्क हो गई है. पार्टी कार्यकर्ताओं को इसके लिए सतर्क रहने को कहा गया है.
लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में बीजेपी के विधायकों और जिलाध्यक्षों को बुलाया गया. पार्टी के जिला प्रभारी भी इस बैठक में मौजूद रहे. सबको वोटर लिस्ट में वोटरों को जोड़ने की ज़िम्मेदारी दी गई.बीजेपी का सारा ज़ोर वोटरों की संख्या बढ़ाने की है. किसी का नाम न छूटने पाए. पिछले लोकसभा चुनाव में बीजेपी के ख़राब प्रदर्शन के बाद योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि बड़ी संख्या में वोटरों के नाम लिस्ट में नहीं थे. हार की वजहों पता कर रही पार्टी की तरफ से भी ये बताया गया. बीजेपी के संगठन मंत्री धर्मपाल सिंह ने कहा किसी भी बांग्लादेशी घुसपैठिए का नाम वोटर लिस्ट में न हो.
बीजेपी की बैठक दो घंटे तक चली. इस मीटिंग में चुनावी तैयारी पर ही फोकस रहा. संगठन से जुड़े लोगों को दो तरह की ज़िम्मेदारी दी गई कि बीजेपी समर्थकों का नाम किसी भी सूरत में वोटर लिस्ट में न छूटें. जो छूट गए हैं उनका नाम हर हाल में जुड़ जाए. इसके लिए अलग से हर बूथ पर पार्टी के कार्यकर्ताओं की टीम बनाई जा रही है. दूसरी ज़िम्मेदारी ये हैं कि बांग्लादेशी घुसपैठिये और ग़लत लोगों वोटर न बन पायें. अगर बन गए हैं तो उनके ख़िलाफ़ शिकायत कर उनका नाम वोटर लिस्ट से हटायें. बैठक में कई बार बिहार की भी चर्चा हुई.
यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ, दोनों डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक इस बैठक में मौजूद रहे. डिप्टी सीएम मौर्य और पाठक ने हर घर तिरंगा अभियान से सभी कार्यकर्ताओं को जुड़ने के लिए कहा. सीएम योगी ने मालेगांव पर आए फैसले के बहाने कहा कि कैसे हिंदू धर्म को बदनाम करने की साज़िश रची गई थी. बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र चौधरी और संगठन मंत्री धर्मपाल सिंह भी मीटिंग में शामिल हुए