- सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने UP विधानसभा के 24 घंटे के विशेष सत्र को BJP की इवेंट मैनेजमेंट करार दिया
- यादव ने भाजपा सरकार पर बेहतर शासन न कर सदन में इवेंटबाजी में लगे रहने का आरोप लगाया और विपक्ष जागरूक बताया
- यादव ने सोशल मीडिया पर BJP विधायकों की सेल्फी पोस्ट कर सरकार के सदन में कम उपस्थिति और कार्यशैली पर सवाल उठाए
समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने गुरुवार को उत्तर प्रदेश विधानसभा के 24 घंटे के विशेष सत्र को लेकर सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर निशाना साधा और सरकार पर बेहतर शासन के बजाय ‘इवेंट मैनेजमेंट' में लिप्त रहने का आरोप लगाया.
विधानसभा में रात भर चली चर्चा के दौरान विधानसभा भवन के अंदर से सपा विधायकों की एक ‘सेल्फी' पोस्ट करते हुए, यादव ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स' पर लिखा, ‘‘सोती रही सरकार, जागता रहा विपक्ष. भाजपा ने 24 घंटे का सदन चलाकर साबित कर दिया है कि वो प्रदेश चलाने में कितना पिछड़ गये हैं, इसीलिए 24 घंटे काम करने की बात कर रहे हैं. भाजपा सरकार बताए कि उसके मुखिया से लेकर मंत्री व कितने विधायक 24 घंटे उपस्थित रहे.''
उन्होंने कहा, ‘‘जनता 24 घंटे सदन चलाने के पीछे का तर्क पूछ रही है. दिन घटा के और घंटे बढ़ाकर सरकार क्या हासिल करना चाहती है. भाजपा कम-से-कम सदन को तो अपनी ‘इवेंटबाजी' से दूर ही रखे.'' यादव ने पूछा कि रात भर जागकर भाजपाई खुद को क्या साबित करना चाहते हैं?
एक अन्य पोस्ट में यादव ने एक छोटा वीडियो क्लिप साझा किया, जिसमें जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह सत्र के दौरान कथित तौर पर आंखें बंद किए हुए दिखाई दे रहे हैं. उन्होंने इस वीडियो के साथ ‘कैप्शन' में लिखा है: ‘‘सोती सरकार के सोते मंत्री.''
यादव की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए, स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि राजनीति में इस तरह के हमले आम बात हैं और विपक्ष की भूमिका का हिस्सा हैं. विधानसभा भवन के बाहर ‘पीटीआई' से बातचीत में उन्होंने कहा, ‘‘विपक्ष को सरकार पर हमला करने का अपना काम करते रहना चाहिए. यह उनका कर्तव्य है. मेरा कर्तव्य 24 घंटे गरीबों की सेवा करना है और मैं उनके कल्याण के लिए पूरी लगन और ईमानदारी से यह काम करता हूं.''
कानून-व्यवस्था में पक्षपात और खामियों के आरोपों पर सिंह ने जोर देकर कहा कि योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली सरकार बिना किसी भेदभाव के न्याय के लिए प्रतिबद्ध है. उन्होंने कहा, ‘‘उत्तर प्रदेश में, दोषी पाए जाने पर कानून अपना काम करता है। कोई दबाव या पक्षपात नहीं है. जो भी कानून के दायरे में आता है, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाती है.'