उत्तर प्रदेश में बरेली जिले की मीरगंज तहसील निवासी अरविंद की महज नौ दिन पहले जन्मी बच्ची के नामकरण के दिन चल रहे जश्न के दौरान सीमेंट के चादर वाली छत के गिरने से मलबे में दबकर बच्ची की मौत हो गयी है.
बरेली पुलिस अधीक्षक ग्रामीण राजकुमार अग्रवाल ने शुक्रवार सुबह बताया कि दुर्घटना देर रात मीरगंज तहसील स्थित मोहल्ला मालीपुरा में हुई. अरविंद की नवजात बेटी की नामकरण के जश्न के दौरान छत गिरने से हुई दुर्घटना में मौत हो गयी है.
अरविंद के घर नौ दिन पहले बेटी का जन्म हुआ था. मां आशा दूसरे दिन से ही उसे किरन कहकर बुलाने लगी थी. ग्रामीणों के अनुसार, अरविंद के दो बच्चों की बीमारी के कारण पहले ही मृत्यु हो चुकी. इस बार बेटी पैदा हुई तो गुरुवार में नामकरण संस्कार हुआ. रिश्तेदार बुलाए, मोहल्ले-पड़ोस के लोगों की दावत की गई.
गुरुवार रात करीब साढ़े दस बजे बूंदाबादी होने से आशा अपनी बेटी को गोद में लेकर सीमेंट की चादर से बनी छत के नीचे खड़ी हो गईं. पानी बरसना बन्द होने पर कई बच्चे और युवक आंगन में हो रहे डांस को देखने के लिए सीमेंट की चादर की छत पर आ गए. अधिक बोझ से ढह गई. दुर्घटना में नीचे खड़ी आशा (25) किरन (नौ दिन) रूबी, दामिनी, रामादेवी, सत्यम, हसवती, वंशी और छत पर खड़े छह बच्चे मलबे में दब गए. मौक़े पर ही चन्द मिनटों में किरन की मृत्यु हो गयी. घायलों का अस्पताल में इलाज कराया जा रहा है.