यूपी : सीने पर गेंद लगने से 12 वर्षीय लड़के की मौत, फाइनल खेलते वक्त हुआ दर्दनाक हादसा

इकलौते बेटे को खोने का ग़म इतना गहरा था कि परिजन खुद पर काबू नहीं रख सके और अस्पताल में हंगामा शुरू हो गया.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins
आगरा:

उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद जिले के टूंडला में क्रिकेट के मैदान पर सोमवार शाम एक दिल दहला देने वाला हादसा हुआ. टूंडला शहर स्थित फ्यूचर क्रिकेट अकादमी में फाइनल मैच के दौरान 12 वर्षीय बालक अंश की क्रिकेट बॉल लगने से मौत हो गई. गेंद उसके सीने पर आकर लगी थी, जिससे वह वहीं गिर पड़ा और अचेत हो गया. तत्काल उसे अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. अंश अपने माता-पिता का इकलौता बेटा था.

बॉल लगते ही जमीन पर गिरा अंश खूब तड़पा

यह हादसा टूंडला की फ्यूचर क्रिकेट अकादमी में उस वक्त हुआ, जब फाइनल मुकाबला खेला जा रहा था. नारखी थाना क्षेत्र के गांव गढ़ी रंछोर निवासी सुरेंद्र सिंह का 12 वर्षीय पुत्र अंश मैच में बल्लेबाजी कर रहा था. वह अभी चार रन ही बना पाया था कि एक तेज गेंद उसके सीने पर आकर लगी. बॉल लगते ही अंश ज़मीन पर गिर पड़ा और तड़पने लगा. मौजूद कोच व अकादमी संचालक उसे लेकर तत्काल एफएच मेडिकल कॉलेज पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया. बेटे की मौत की खबर सुनते ही परिजन बदहवासी की हालत में अस्पताल पहुंचे.

घर का इकलौता चिराग बुझा, परिवार में मातम

इकलौते बेटे को खोने का ग़म इतना गहरा था कि परिजन खुद पर काबू नहीं रख सके और अस्पताल में हंगामा शुरू हो गया. गुस्साए लोगों ने अस्पताल परिसर में तोड़फोड़ भी की. मौके पर पहुंची पुलिस ने स्थिति को संभाला और परिजनों को शांत कराया. देर रात तक अस्पताल में अफरा-तफरी का माहौल बना रहा. मृतक अंश को बचपन से ही क्रिकेट का शौक था. उसकी प्रतिभा को देखते हुए परिजनों ने उसे फ्यूचर क्रिकेट अकादमी में दाखिल कराया था, जहां वह नियमित रूप से अभ्यास करता था. परिजनों का सपना था कि अंश एक दिन बड़ा क्रिकेटर बनेगा, लेकिन मैदान पर ही उसका सपना टूट गया और जान चली गई.

Advertisement

मैदानों में क्यों मौजूद नहीं मेडिकल फेसिलिटी?

सीओ टूण्डला अमरीश कुमार ने बताया कि 12 वर्षीय टूर्नामेंट टूर्नामेंट में फाइनल मुकाबले में खेल रहा था तभी उसके सिनेमा जाकर गेंद लग गई जिसे अस्पताल लाया गया तो वहां मृत्यु घोषित कर दिया गया. परिजनों द्वारा दी जाने वाली तहरीर के आधार पर विधिक कार्रवाई की जाएगी. यह हादसा एक बार फिर से सवाल खड़ा करता है कि क्या जूनियर खिलाड़ियों की सुरक्षा के लिए पर्याप्त इंतज़ाम किए जा रहे हैं? क्या ऐसे आयोजनों में मेडिकल सुविधा तत्काल उपलब्ध होनी चाहिए? अंश की मौत न केवल एक परिवार के लिए अपूरणीय क्षति है, बल्कि क्रिकेट प्रेमियों के लिए भी एक गहरी चोट है.

Advertisement
Featured Video Of The Day
Shashi Tharoor vs Congress: Rahul Gandhi के बयान पर थरूर की बड़ी बात | Khabron Ki Khabar
Topics mentioned in this article