कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) आज शाम 6 बजे उन्नाव के ज़िला अस्पताल पहुंचकर पीड़ित दलित परिवार से मुलाक़ात करेंगी. पिछले दो माह से लापता 22 वर्षीय युवती का शव समाजवादी पार्टी (सपा) सरकार में दर्जा प्राप्त मंत्री रहे फतेह बहादुर सिंह द्वारा बनवाए गए आश्रम के पास खाली जमीन से बरामद किया गया था.
युवती के शव के पोस्टमार्टम की पहली रिपोर्ट और दूसरे रिपोर्ट में भारी अंतर होने की बात कही जा रही है. इसी की जांच की मांग को लेकर पीड़िता के परिजनों के साथ कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता पोस्टमार्टम हाउस के बाहर मंगलवार शाम से ही धरना दे रहे हैं.
कुछ दिन पहले प्रियंका गांधी जी ने पीड़िता की मां से फोन पर बातचीत की थी और न्याय दिलाने के लिए संघर्ष का भरोसा दिया था. कांग्रेस प्रतिनिधि मंडल ने उन्नाव जाकर पीड़ित परिवार से मुलाक़ात की थी.
उत्तर प्रदेश में सात चरणों में हो रहे विधानसभा चुनावों के बीच यह शव बरामद किया गया है. मामले में गिरफ्तार मुख्य आरोपी रजोल सिंह सपा नेता फतेह बहादुर का बेटा है.
कोतवाली क्षेत्र के काशीराम कॉलोनी निवासी एक दलित महिला की बेटी 8 दिसंबर 2021 से गायब थी. युवती की मां ने 9 दिसंबर को पूर्व मंत्री के बेटे रजोल सिंह के खिलाफ बेटी के अपहरण का मामला दर्ज करवाया था. पुलिस पर कार्रवाई नहीं करने का आरोप लगाते हुए युवती की मां ने 24 जनवरी को लखनऊ में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के वाहन के आगे आत्मदाह की कोशिश की, जिसके बाद सक्रिय हुई पुलिस ने रजोल सिंह को गिरफ्तार किया था.
वहीं, अपर पुलिस अधीक्षक (ASP) शशि शेखर सिंह ने शुक्रवार को बताया था, “हमने आरोपी रजोल सिंह से रिमांड पर पूछताछ की, जिसके बाद एसओजी टीम ने बृहस्पतिवार को महिला का शव बरामद किया. शव को आश्रम के पास भूखंड में दफना दिया गया था. हमने उस स्थान की पहचान करने के लिए स्थानीय खुफिया तंत्र और मोबाइल निगरानी का इस्तेमाल किया जहां शव को दफनाया गया था.” उन्होंने कहा कि मामला अवैध संबंधों का हो सकता है और जांच की जा रही है.