उत्तर प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने शुक्रवार को घोषणा की कि 18वीं विधानसभा (2022-2027) के दौरान ही नए विधान भवन में सदन की कार्यवाही संचालित होगी. उत्तर प्रदेश में विधानसभा की कार्यवाही 10 मार्च तक के लिए प्रस्तावित थी, लेकिन एक सप्ताह पहले ही शुक्रवार को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित हो गई.
शुक्रवार को विधानसभा में महाना ने कहा कि 'मुख्यमंत्री जी ने विधानसभा का नया स्वरूप को बनाने के लिए कहा है, और संसदीय कार्य मंत्री जी ने बताया कि 18वीं विधानसभा के दौरान ही आप लोग नई निर्मित विधानसभा में एक सत्र करेंगे. विधानसभा बनाने का प्रावधान बजट में किया गया है.''
उन्होंने कहा, ''इस सत्र में ही नई नियमावली लाई जाती पर अभी उसमें कुछ और सुधार की जरूरत है. अगले सत्र में नई नियमावली आ जाएगी, जिसे हम लागू करेंगे.''
महाना ने कहा कि विधानसभा की डिजिटल गैलरी भी तैयार है, जिसमें इसका पूरा इतिहास बताया गया है. साथ ही विधानसभा का पूरा विवरण भी देखने को मिलेगा. महाना ने कहा कि होली के बाद डिजिटल लाइब्रेरी सबको देखने को मिलेगी.
अध्यक्ष ने सदस्यों को होली की बधाई दी और कहा कि मुझे इस बात की बहुत प्रसन्नता है कि यह सदन 11 दिन चला और 18वीं विधानसभा के गठन के बाद यह चौथा सत्र है.
उन्होंने कहा कि तीन सदनों में एक मिनट का भी स्थगन नहीं हुआ, लेकिन अबकी बार 36 मिनट का स्थगन किन्हीं कारणों की वजह से हुआ. 83 घंटे से ज्यादा यह सदन चला. अध्यक्ष ने इसके लिए सभी सदस्यों, विशेष रूप से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव को धन्यवाद दिया.
अध्यक्ष ने कहा कि ''लोकतंत्र बिना पक्ष और प्रतिपक्ष के पूरा नहीं होता. जब दोनों मिलकर साथ चलते तब लोकतंत्र पूरा होता है.'' उन्होंने कहा कि '' कई नये प्रयोग सबके सहयोग से किए गए, जिसके लिए आवश्यक सहयोग व संसाधन सरकार की तरफ से दिए गए, इसके लिए वित्त मंत्री सुरेश खन्ना को हृदय से धन्यवाद देता हूं.''
उल्लेखनीय है कि कार्यमंत्रणा की बैठक के बाद 20 फरवरी से सदन की कार्यवाही शुरू हुई थी जिसे बीच में होली के अवकाश के बाद 10 मार्च तक संचालित किया जाना था लेकिन शुक्रवार को ही सदन अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया.