बीजेपी ने लोगों को किल्‍लत और जिल्‍लत के अलावा कुछ नहीं दिया: NDTV से बोले अखिलेश यादव

इस बार की चुनावी संभावना को लेकर सपा प्रमुख ने कहा, 'लोगों में अब तक जो हमारे प्रति जोश और उत्‍साह दिख रहा है, उससे लगता है कि वे बदलाव चाहते हैं. बीजेपी ने जनता से जो भी वादे किए, वे झूठे निकले.  नौकरी और रोजगार को लेकर झूठे वादे किए गए इसलिए जनता बदलाव चाहती है.'

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अखिलेश यादव ने कहा, यूपी कीजनता इस बार बदलाव चाहती है

समाजवादी पार्टी के अध्‍यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने यूपी के विधानसभा चुनाव के लिए बड़े संकेत दिए हैं. उन्होंने कहा,' यदि पार्टी चाहेगी तो मैं यूपी विधानसभा का चुनाव लड़ूंगा.' समाजवादी पार्टी की रथयात्रा के दौरान NDTV से बात करते हुए अखिलेश ने कहा, 'मैंने पहले भी कहा था कि पार्टी तय करेगी तो मैं विधानसभा चुनाव (UP Assembly Election 2022) लड़ूंगा. मैं अभी आजमगढ़ से लोकसभा सांसद हूं, वहां के लोगों से पूछकर फैसला करूंगा.' इस सवाल पर कि आपकी रथ यात्रा और रैलियों में 2014 और 2019 में भी भीड़ तो आई थी लेकिन उस अनुपात में समर्थन नहीं मिला तो अखिलेश ने कहा कि  2011 में रथ  भी चला था  और साइकिल भी चली थी. हां वर्ष  2014, 2017 और 2019 में रथ और साइकिल नहीं चल पाई. उन्‍होंने कहा, 'मैंने इस बार चुनाव प्रचार पहले से शुरू किया है ताकि ज्‍यादा से ज्‍यादा लोगों तक पहुंच सकूं.'  

इस बार की चुनावी संभावना को लेकर सपा प्रमुख ने कहा, 'लोगों में अब तक जो हमारे प्रति जोश और उत्‍साह दिख रहा है, उससे लगता है कि वे बदलाव चाहते हैं. बीजेपी ने जनता से जो भी वादे किए, वे झूठे निकले.  नौकरी और रोजगार को लेकर झूठे वादे किए गए इसलिए जनता बदलाव चाहती है.'

एक अन्‍य सवाल पर उन्‍होंने कहा कि जब चुनाव आते हैं तो बीजेपी 'धार्मिक चश्मा' लगा लेती है. उसकी कोशिश होती है कि वोटों का बंटवारा हो लेकिन कोरोना के कारण लोग बहुत परेशान हुए. निवेश का जो वादा किया, वह नहीं आया. फसल की कीमत नहीं मिल रही, ऊपर से महंगाई की दोहरी मार पड़ रही है. अखिलेश ने कहा कि बीजेपी ने लोगों को किल्‍लत और जिल्‍लत के अलावा कुछ नहीं दिया. 

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यह पूछे जाने पर कि योगी अपनी सभाओं में कह रहे कि यूपी को समाजवाद नहीं रामराज चाहिए, अखिलेश ने कहा, 'ऐसस लगता है कि बीजेपी ने संविधान नहीं पड़ा. रामराज की कल्‍पना ही है समाजवाद को लाना. जहां पर सभी के बीच बराबरी हो. ' ये बाबा साहेब का बनाए संविधान को भी नहीं मानते. चुनाव के दौरान बीजेपी की ओर से गजनी, औरंगजेब के जिक्र को लेकर

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अखिलेश ने कहा कि बीजेपी चुनाव के पहले ऐसे सवाल इसलिए खड़े कर रही कि वह लोगों की खुशहाली नहीं चाहते. इन्‍होंने डिजिटल भारत का सपना दिखाया जो पूरा नहीं हुआ. वादे पूरे नहीं हुए तो क्‍या लेकर जनता के पास जाएंगे? जनता इस बार मन बना चुकी है. उसने इस बार मन बना लिया है कि बीजेपी का सफाया करना है. 

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