देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने 17 जुलाई, 2023 को लखनऊ में एक रेल पुल का शिलान्यास किया था. कृष्णानगर और केसरीखेडा को जोड़ने वाले इस पुल से इलाके के लोगों को काफी उम्मीद थी. दरअसल इस इलाके से हर दिन कई रेल गाड़ियां गुजरती हैं. ऐसे में रेलवे फाटक समय-समय पर बंद करना पड़ता है. अधिकतर समय फाटक बंद होने से सड़क पर लंबा जाम लग जाता है. लोग घंटों जाम में फंसे रहते हैं.
सब कुछ प्लान के हिसाब से ही चल रहा था. अगले महीने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह इस रेल पुल का उद्घाटन करने वाले थे. लेकिन पुल के रास्ते में एक बिल्डिंग आ गई. जिसके कारण आठ महीनों से इसे बनाने का काम बंद है. अब जब बिल्डिंग हटेगी तो पुल बनेंगा. नोटिस पर नोटिस बिल्डिंग के मालिक को जारी किए जा रहे हैं. पुल न बनने से इलाके के पांच लाख लोग परेशान हैं. बार-बार फाटक बंद होने से रेलवे गुमटी के दोनों किनारे पर लोग जाम में फंसे रहने पर मजबूर हैं.
चिपकाया नया नोटिस
दो लेन के इस पुल को बनाने के लिए 74 करोड़ रुपये का बजट तय हुआ था. लेकिन पुल के रास्ते में आनेवाली बिल्डिंग ने काम को रोक दिया. बिल्डिंग पर प्रशासन ने अब नया नोटिस चिपकाया है. लखनऊ डेवलपमेंट अथॉरिटी के इस कारण बताओ नोटिस पर 19 जून की तारीख़ है.
पुल बनाने से पहले ही रास्ते में आने वाली ये बिल्डिंग और आठ दुकानों को क्यों नहीं हटाया गया? इस सवाल का जवाब हर कोई चाहता है. अगर सही प्लानिंग से सब कुछ किया जाता तो आज पुल बनकर तैयार हो जाता.