समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव और उनकी सहयोगी पार्टी के प्रमुख ओपी राजभर आमने सामने आ गए हैं. सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के प्रमुख राजभर की नसीहतों पर चुप्पी तोड़ते हुए अखिलेश यादव ने कहा, 'समाजवादी पार्टी को किसी की सलाह की जरूरत नहीं.' बता दें, रामपुर और आज़मगढ़ उपचुनाव में हार के बाद प्रचार न करने को लेकर राजभर लगातार अखिलेश यादव पर हमलावर हैं.
मंगलवार को अखिलेश यादव ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, 'मुझे किसी की सलाह की जरूरत नहीं. राजनीति में आजकल पता नहीं कौन-कहां से ऑपरेट हो रहा है. अब कोई नाराज है तो मैं क्या कर सकता हूं?'
"अखिलेश यादव AC से बाहर निकलकर प्रचार करते तो....": उपचुनाव नतीजों पर ओमप्रकाश राजभर का तंज
अखिलेश यादव के बयान पर राजभर के खेमे से भी प्रतिक्रिया दी गई है. ओपी राजभर के बेटे अरुन राजभर ने ट्वीट कर कहा कि 'सुभासपा प्रमुख ओपी राजभर ने क्या गलत कहा अखिलेश यादव जी कि आज़मगढ़ और रामपुर लोकसभा उपचुनाव में प्रचार करने गये होते तो जीत हमारी होती. कार्यकर्ताओं में उत्साह और बढ़ता. लेकिन सिर्फ़ न जाने पर हार का सामना करना पड़ा…सच चुभता बहुत है.'
बता दें, यूपी विधानसभा चुनाव और रामपुर और आजमगढ़ लोकसभा सीटों के हाल में हुए उपचुनाव में सपा के निराशाजनक प्रदर्शन के बाद से ओमप्रकाश राजभर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के रवैये के खिलाफ मुखर हैं. उन्होंने अखिलेश को वातानुकूलित कमरे से बाहर निकलकर सड़क पर संघर्ष करने की सलाह दी थी. पिछले दिनों उन्होंने यह भी कहा था कि सपा और बसपा को वर्ष 2024 का लोकसभा चुनाव साथ मिलकर लड़ना चाहिये. उनकी दलील थी कि जब दोनों ही दल पिछड़ों और वंचितों की लड़ाई लड़ रहे हैं तो फिर चुनाव अलग—अलग क्यों लड़ते हैं.
हालांकि सपा और बसपा ने वर्ष 2019 का लोकसभा चुनाव साथ मिलकर लड़ा था. बसपा को 10 और सपा को पांच सीटों पर कामयाबी मिली थी.
यहां देखें वीडियो :- सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने की पार्टी के सदस्यता अभियान की शुरुआत