यूपी के प्रयागराज के सरकारी स्वरूप रानी मेडिकल कॉलेज में सर्जरी के लिए लाई गई एक युवती की शिकायत पर चार अज्ञात स्वास्थ्यकर्मियों के खिलाफ रेप की एफआईआर दर्ज हुई है. युवती की इलाज के दौरान आज मौत हो गई. इस मामले में मेडिकल कॉलेज ने जांच की थी और पाया कि उसकी सर्जरी करने वालों में 5 महिला डॉक्टर्स और नर्स ही मौजूद थीं. ऐसे में किसी तरह की छेड़छाड़ की गुंजाइश नहीं है. लड़की के मेडिकल में भी रेप की पुष्टि नहीं हुई है.
स्वरूप रानी मेडिकल कॉलेज में भर्ती लड़की ने लिखा-ऑपरेशन के दौरान गलत काम हुआ
स्वरूप रानी मेडिकल कॉलेज के वार्ड में आने के बाद लड़की ने कागज पर लिखा कि उसके साथ ऑपरेशन के दौरान गलत काम हुआ. इस खबर के वायरल होने के बाद हंगामा हो गया. अस्पताल ने बताया कि लड़की गंभीर हालत में यहां आई थी. उसकी आंतें फट गई थीं, हीमोग्लोबीन निहायत कम था और कई तरह की दिक्कतें थी.
भाई ने बताया- इशारा करके पेन और कागज मांग रही थी बहन
लड़की के भाई ने बताया कि बहन हमसे कुछ बात करने की कोशिश कर रही थी. मुंह से बोल नहीं पा रही थी. बार बार पेन पेन इशारा कर रही थी कि हमें लिखना है. तो उनको हम कागज और पेन लाकर दिए और उन्होंने लिखा कि हमारे साथ OT में गलत काम हुआ है. लड़की का वीडियो वायरल होने के बाद मामले की जांच बिठाई गई. जांच टीम ने लड़की, उसके परिवार और सारे मेडिकल स्टाफ से छानबीन के बाद अपनी रिपोर्ट में लिखा कि मरीज के OT में जाने से पहले सर्जरी के दौरान और सर्जरी के बाद महिला डॉक्टरों और नर्सों की निगरानी में थी.उनके घर वाले भी यही मानते हैं. मरीज के ऑपरेशन में 4 महिला डॉक्टर और एक महिला नर्स शामिल थीं.
ऑपरेशन के बाद मरीज के शरीर की साफ सफाई या यूरिन की नली बदलने को आधी बेहोशी की हालत में शायद गलत व्यवहार समझा गया हो. मरीज के साथ ऑपरेशन से पहले और ऑपरेशन के बाद दौरान या बाद में किसी प्रकार का अमर्यादित व्यवहार नहीं हुआ. यही नहीं ऑपरेशन थियेटर में आर-पार दिखने वाले शीशे की विशाल खिड़की है, जिससे बाहर से वहां मौजूद कोई मेडिकल स्टाफ देख सकता है.
डॉक्टर ने कहा- क्या पता शरीर की सफाई और यूरिन की नली बदलने को गलत समझ लिया हो
स्वरूप रानी मेडिकल अस्पताल के डॉ एसपी सिंह ने बताया कि पूरी टीम में 5 लेडी डॉक्टर्स और स्टाफ नर्स मिला कर थे. ऐसे दशा में और जहां पर OT में ट्रांसपेरेंट ग्लास हो वहां ऐसा काम असंभव है. ऑपरेशन करने वाली डॉक्टर ने बताया कि चूंकि मरीज पूरी तरह होश में नहीं थी कि वो कुछ भी सही तरीके से समझ पाए. हमारे लिए तो वो होश में ही नहीं थी. इसलिए हमें उसको वेटिंलेटर सपोर्ट पर रखना था, लेकिन हो सकता है कि कुछ सेकेंड और मिनट वो इतने होश में आई हो कि वो ये सारी चीजें समझ पाई हो कि शरीर की सफाई और यूरिन की नली बदलने को उन्होंने गलत समझ लिया हो.
समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने किया धरना
इसे लेकर समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है. उनके जवाब में मेडिकल छात्रों ने भी प्रदर्शन कर इस मामले में राजनीति न करने की अपील की थी. लड़की की मल्टीपल ऑर्गन फेलियर से मौत हो गई है. पुलिस ने चार अज्ञात मेडिकल स्टाफ के खिलाफ बलात्कार का मामला दर्ज कर लिया है. इलाहाबाद के डीआईजी सर्वश्रेष्ठ त्रिपाठी ने कहा है कि जांच की टीम के समस्त बिंदू जो हमें मिले थे उनको समाहित कररते हुए और लीगल ओपिनियन भी हमने ली है. उसके आधार पर एफआईआर दर्ज कर मामले की पूरी तरह से जांच की जा रही है.