- नोएडा ने जनवरी 2023 से नवंबर 2025 तक नशे के कारोबार पर कड़ी कार्रवाई करते हुए नेटवर्क को तहस-नहस किया है
- इसमें कुल 6865.793 किलोग्राम मादक पदार्थ बरामद किए गए, जिनकी अंतरराष्ट्रीय बाजार कीमत लगभग एक अरब रुपये है
- पुलिस ने 1700 से अधिक आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा और 1545 से अधिक मामले दर्ज किए हैं
गौतमबुद्धनगर पुलिस कमिश्नरेट ने जिले में नशे के कारोबार पर नकेल कसते हुए एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है. जनवरी 2023 से नवंबर 2025 तक की अवधि में पुलिस ने नशा कारोबारियों के खिलाफ 'जीरो टॉलरेंस' की नीति अपनाते हुए उनके नेटवर्क को तहस-नहस कर दिया है. पिछले तीन वर्षों में पुलिस ने कुल 6865.793 किलोग्राम मादक पदार्थ बरामद किए हैं, जिनकी अनुमानित अंतरराष्ट्रीय बाजार कीमत लगभग 1 अरब 46 करोड़ 70 लाख रुपये आंकी गई है.
नशे के नेटवर्क पर बड़ा प्रहार
पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह के निर्देश पर चलाए जा रहे इस अभियान में 1700 से अधिक आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है और 1545 से अधिक मामले दर्ज किए गए हैं. डीसीपी नारकोटिक्स शैव्या गोयल ने बताया कि इस कार्रवाई का उद्देश्य केवल गिरफ्तारी नहीं, बल्कि तस्करों के पूरे आर्थिक और संगठनात्मक नेटवर्क को ध्वस्त करना था.
गिरफ्तार किए गए कई आरोपियों पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) और गैंगस्टर एक्ट के तहत कड़ी कार्रवाई की गई है. नशा माफियाओं की अवैध संपत्ति भी जब्त की गई है. तस्करी में इस्तेमाल होने वाले दर्जनों दोपहिया और चारपहिया वाहन भी जब्त किए गए हैं.
वर्ष 2023 में नशे का कारोबार करने वाले 660 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था. इस दौरान करीब 2800 किलोग्राम नशीले पदार्थ जैसे चरस, स्मैक, हेरोइन, नशीली गोलियां, एमडीएमए और अल्प्राजोलम पाउडर बरामद किए गए, जिनकी बाजार कीमत लगभग 93 करोड़ 50 लाख रुपये थी. इसी तरह, वर्ष 2024 में 571 नशा माफियाओं को जेल भेजा गया और उनके कब्जे से 2791 किलोग्राम मादक पदार्थ बरामद हुए. इनकी बाजार कीमत करीब 40 करोड़ 71 लाख रुपये आंकी गई.
बरामद पदार्थों में क्या-क्या शामिल?
पुलिस ने इस दौरान चरस, स्मैक, हेरोइन, नशीली गोलियां, एमडीएमए और अल्प्राजोलम पाउडर जैसे विभिन्न प्रकार के नशीले पदार्थ बड़ी मात्रा में बरामद किए हैं. पुलिस कमिश्नरेट की इस निर्णायक कार्रवाई से जिले में नशा तस्करी के कई गिरोह पूरी तरह ध्वस्त हो गए हैं, जिससे युवा पीढ़ी को नशे के चंगुल से बचाने में मदद मिली है. पुलिस ने स्पष्ट कर दिया है कि भविष्य में भी मादक पदार्थों के विरुद्ध यह बड़ा अभियान लगातार जारी रहेगा.














