शुभम द्विवेदी की पत्नी की आपबीती सुन आप भी दहल जाएंगे
कानपुर की एशान्या का रो रोकर बुरा हाल है. आंखों के सामने आतंकियों ने पति को गोली से उड़ा दिया. क्या कसूर था? वह रो रोकर पूछती हैं और बेसुध हो जाती हैं. हम लोग पहलगाम के ऊपर चढ़ाई वाली जगह पर गए थे. वहां कोई रास्ता ही नहीं है कि कोई इंसान चलकर जा पाए. हम घोड़े से वहां गए थे. हमर ऊपर पहुंचे. हमने मैगी का ऑर्डर दिया. मैं और शुभम बैठकर मैगी खाने ही वाले थे. पापा वॉशरूम करने गए थे. इतनी देर में एक बंदा साइड से आया और उसने पूछा हिंदू है या मुसलमान. मुसलमान है तो पहले कलमा पढ़कर दिखा. हमें पता ही नहीं था कि यह हो क्या रहा है. हमने उसकी तरफ स्माइल करके पूछा कि भैया क्या हुआ? उसने फिर पूछा हिंदू है या मुसलमान? मैंने कहा- हिंदू और उसने मार दिया. पहली गन उसी पर चलाई. उसके बाद कई लोगों को मार दिया. क्यों मार दिया?
सीएम योगी पीड़ित परिजनों से मिले
शुभम द्विवेदी के अंतिम संस्कार में सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी शामिल होंगे. शुभम द्विवेदी का पार्थिव शरीर कल रात ही लखनऊ एयरपोर्ट पहुंचा था जहां से उनके शव को कानपुर ले जाया गया. लखनऊ में उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने उन्हें श्रद्धांजलि दी थी.कानपुर में सीएम योगी ने पीड़ित परिजनों से मुलाकात की और उन्हें भरोसा दिलाया कि जो आतंकी इस हमले में शामिल रहे हैं उन्हें छोड़ा नहीं जाएगा.