नोएडा के इस सेक्टर में पिछले 3 साल में 130 फीसदी तक बढ़ी घर की कीमत, किराये में भी तेजी

House prices and Rent: कोविड महामारी के डरावने दौर की समाप्ति के बाद नोएडा, दिल्ली सहित अन्य मेट्रो शहरों में घरों की कीमत और किराया बड़ी तेजी से बढ़ी है.

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Noida House prices and Rent: दिल्ली NCR में रोजी-रोजगार के लिए पूरे देश से आकर लोग रहते हैं. दिल्ली में अब लगभग जगह नहीं बची है. ऐसे में अब नोएडा, गुरुग्राम, फरीदाबाद, गाजियाबाद की ओर से कंपनी, फैक्ट्री, अपार्टमेंट, कॉलोनी आदि का विस्तार हो रहा है. नोएडा में कई बड़ी कंपनियां हैं, जिसमें काम करने वाले लोग नोएडा में ही रहना पसंद करते हैं. हालांकि कोविड महामारी के डरावने दौर की समाप्ति के बाद नोएडा, दिल्ली सहित अन्य मेट्रो शहरों में घरों की कीमत और किराया बड़ी तेजी से बढ़ी है. इससे मध्यम वर्गीय परिवार के लिए नोएडा के कई रिहायशी इलाकों रहना एक सपना सा हो गया है. 

रियल एस्टेट परामर्श कंपनी एनारॉक ने बीते दिनों एक रिपोर्ट प्रकाशित की है. जिसमें यह बताया गया कि बीते तीन साल में किस तरह घर का किराया और कीमत बढ़ा है.  

नोएडा सेक्टर 150 में किराया भी 66 प्रतिशत तक बढ़ा

इस रिपोर्ट में बताया गया कि नोएडा के सेक्टर 150 में पिछले तीन साल में घरों की कीमतों में औसतन 128 प्रतिशत की वृद्धि हुई है, जबकि किराये के मूल्य में 66 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. रियल एस्टेट परामर्श कंपनी एनारॉक की एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है.

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नोएडा सेक्टर 150 में दोगुना से अधिक हुई कीमत

नोएडा के सेक्टर-150 में, घरों का औसत मूल्य 5,700 रुपये प्रति वर्ग फुट से दोगुना से अधिक होकर 13,000 रुपये हो गया. किराये में 66 प्रतिशत की वृद्धि हुई जो 16,000 रुपये से बढ़कर 26,600 रुपये प्रति माह हो गया.

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रिपोर्ट के अनुसार, गुरुग्राम के सोहना मार्ग पर आवास मूल्यों में 59 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई, जबकि इस दौरान किराया 47 प्रतिशत बढ़ा है.

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एनारॉक के चेयरमैन ने बताया- कैसे बढ़ी कीमत

एनारॉक के चेयरमैन अनुज पुरी ने कहा, “शीर्ष सात शहरों में प्रमुख सूक्ष्म बाजारों के विश्लेषण से पता चलता है कि बेंगलुरु, मुंबई महानगर क्षेत्र (MMR), राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) और हैदराबाद जैसे प्रमुख शहरों में 2021 के अंत और 2024 के अंत के बीच घरों की औसत कीमत किराये की तुलना में अधिक बढ़ गई है.”

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उन्होंने कहा कि वहीं, पुणे, कोलकाता और चेन्नई के इलाकों में विपरीत प्रवृत्ति देखी गई. इन स्थानों पर किराया अधिक बढ़ा है, जबकि घरों के दाम में वृद्धि अपेक्षाकृत कम रही है.

सोहना मार्ग पर 59 प्रतिशत बढ़ी कीमत

सोहना मार्ग पर औसत मूल्य कैलेंडर वर्ष 2021 के अंत में 6,600 रुपये प्रति वर्ग फुट से 59 प्रतिशत बढ़कर 2024 के अंत में 10,500 रुपये प्रति वर्ग फुट हो गया. किराये का मूल्य 25,000 रुपये प्रति माह से 47 प्रतिशत बढ़कर 36,700 रुपये हो गया.

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