यूपी के मुस्लिम धर्म गुरु सैफ अब्बास ने यूपी के मदरसों में हिंदी और अंग्रेज़ी की पढ़ाई अनिवार्य करने का विरोध किया है. उनका कहना है कि मदरसे धार्मिक शिक्षा के लिए होते हैं जिसे बाकी विषय पढ़ना है वो दूसरे स्कूलों में पढ़ लें. अब्बास ने कहा कि उन्हें सरकार की नीयत पर शक है.
उन्होंने कहा, "मदरसा शिक्षा बोर्ड अधिनियम 2004 में जो संशोधन की बात आ रही है. उसको लेकर मैं हमेशा कहता हूं कि हिंदी और अंग्रेजी आज के वक्त में सब पढ़ रहे हैं और पढ़ना चाहते हैं लेकिन मदरसा धार्मिक शिक्षा का केंद्र है. अगर किसी को हिंदी, साइंस, अंग्रेजी आदि पढ़ना है तो वो किसी डिग्री कॉलेज में जाएगा. मदरसा बोर्ड जो है उसमें जो पेपर होते हैं वो अर्बी में होते हैं. साथ ही मदरसे में अर्बी के क्लास होते हैं".
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सैफ अब्बास ने कहा, "अब एक मिशन चलाया जा रहा है कि मदरसे में ये संशोधन आ रहा है, मदरसे में ऐसा होगा या वैसा होगा. मेरा मानना है कि शिक्षा में इस तरह से छेड़छाड़ करना सही नहीं है".