मायावती ने भतीजे आकाश आनंद पर फिर लगाई पाबंदी, अब इस बात की है मनाही

बीते 18 मई को ही बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने भतीजे आकाश आनंद को पार्टी में बड़ी जिम्मेदारी दी थी. लेकिन अब मायावती ने आकाश आनंद के पर फिर से कतर दिए.

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लखनऊ:

उत्तर प्रदेश की राजनीति से इस समय की एक बड़ी खबर बहुजन समाज पार्टी (BSP) से सामने आई है. बसपा सुप्रीमो मायावती ने भतीजे आकाश आनंद के पर फिर से कतर दिए हैं. आकाश आनंद इस समय बसपा में नंबर-2 की पोजिशन पर हैं. लेकिन रविवार को मायावती ने आकाश आनंद पर एक बड़ा फैसला लेते हुए आकाश के भाषण देने पर रोक लगा दी है. मायावती ने कहा है कि आकाश अब सिर्फ संगठन में काम करेंगे.

18 मई को नेशनल कोऑर्डिनेटर बनाए गए थे आकाश आनंद

मालूम हो कि बीते 18 मई को ही बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने भतीजे आकाश आनंद को पार्टी में बड़ी जिम्मेदारी दी थी. मायावती ने आकाश आनंद पर भरोसा जताते हुए फिर बसपा का मुख्य नेशनल कोऑर्डिनेटर बनाया था. 

राष्ट्रीय समन्वयक का पद मिलने के कुछ ही दिनों बाद एक्शन

आकाश आनंद की पार्टी में वापसी के एक माह बाद उन्हें यह जिम्मेदारी दी गई थी. लेकिन इस जिम्मेदारी के मिलने के कुछ ही दिनों बाद रविवार को मायावती ने आकाश आनंद के भाषण देने पर रोक लगा दी है. अब देखना है कि आकाश आनंद का सियासी भविष्य आगे क्या होता है? 

राष्ट्रीय समन्वयक का पद आकाश के लिए बनाया गया था

बताते चले कि आनंद मुख्य राष्ट्रीय समन्वयक के रूप में तीन राष्ट्रीय समन्वयकों के ऊपर काम कर रहे हैं. यह पद आनंद के लिए विशेष रूप से बनाया गया है और इसी के साथ वह पार्टी में दूसरे नंबर के नेता बन गए हैं. आनंद को यह पद देने का निर्णय मायावती ने रविवार को राष्ट्रीय राजधानी में पार्टी के समन्वयकों की बैठक में लिया.

आनंद ने कहा था- बहन जी ने मेरी गलतियों को माफ किया...

आनंद ने उन्हें बसपा के संगठनात्मक ढांचे में पुन: शामिल करने के लिए मायावती को धन्यवाद दिया. आनंद ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स' पर लिखा, ‘‘बहन जी ने मुझे पार्टी के मुख्य राष्ट्रीय समन्वय पद की जिम्मेदारी दी है. मैं बहन जी का तहेदिल से आभार प्रकट करता हूं. उन्होंने मेरी गलतियों को माफ किया और एक अवसर दिया है कि मैं बहुजन मिशन एवं आंदोलन को मजबूत करने में अपना योगदान दूं.''

दो मार्च को आकाश तो फरवरी में उनके ससुर को पार्टी से निकाला था

इससे पहले मायावती ने गत दो मार्च को आकाश को पार्टी की सभी जिम्मेदारियों से मुक्त करते हुए कहा था कि अब उनकी आखिरी सांस तक पार्टी में उनका कोई उत्तराधिकारी नहीं होगा. इससे पहले बसपा अध्यक्ष ने फरवरी महीने में आकाश के ससुर अशोक सिद्धार्थ को पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया था.
 

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