उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में इन दिनों दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक समागम यानी कि महाकुंभ (Mahakumbh 2025) चल रहा है. देश ही नहीं दुनियाभर से श्रद्धालु त्रिवेणी संगम में आस्था की डुबकी लगाने पहुंच रहे हैं. इनमें विदेशी नागरिक भी शामिल हैं. महाकुंभ में पहुंचे जर्मनी के एक श्रद्धालु का महाकुंभ को लेकर लगाव और प्रेम सामने आया है. उनका कहना है कि महाकुंभ में आकर वह खुद को बहुत ही सम्मानित महसूस कर रहे हैं.
"महाकुंभ में आकर सम्मानित महसूस हो रहा है"
जर्मनी से आए श्रद्धालु ने कहा कि महाकुंभ उन्हें सिर्फ पसंद ही नहीं बल्कि इससे उनको बहुत प्यार हो गया है. यहां आकर वह खुद को बहुत खास और सम्मानित महसूस कर रहे हैं. क्योंकि यह एक बहुत ही खास जगह है और बहुत ही खास मौका भी है. वह खुद को यहां आकर धन्य महसूस कर रहे हैं. उन्होंने मौनी अमावस्या पर पवित्र स्नान किया. जर्मनी के शख्स ने कहा कि वह खुद को हिंदू कहते हैं. उनका मानना है कि महाकुंभ आध्यात्मिक दुनिया के साथ हीप्राचीन ज्ञान और सामूहिक चेतना से भी जुड़ा है.
"संगम में डुबकी लगाकर धन्य हुआ"
उन्होंने कहा कि महाकुंभ में आस्था से भरे सभी लोग एक साथ दिखाई दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि वह पहली बार महाकुंभ में आए हैं. उन्होंने कहा कि 144 साल के बाद उनका यहां आ पाना तो संभव नहीं है. जर्मनी के श्रद्धालु ने कहा कि उनको यहां की व्यवस्था बहुत ही पसंद आ रही है. उन्होंने कहा कि संगम में डुबकी लगाकर वह धन्य हो गए हैं. यह अनुभव बहुत ही सुखद है. सनातन परंपरा को उन्होंने अद्भुद बताया.