Maha kumbh 2025: महाकुंभ मेला खत्म होने पर लेकिन सियासत जारी, अखिलेश ने संगम जल पर उठाए सवाल तो BJP नेता ऐसे पड़े भारी

महाकुंभ मेला खत्म होने में अब मात्र 5 दिन बचा है. अब तक 58 करोड़ से ज़्यादा लोग संगम में स्नान कर चुके हैं. इस बीच महाकुंभ को लेकर राजनीति भी खूब हो रही है.

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Maha kumbh 2025: महाकुंभ मेला खत्म होने पर लेकिन सियासत जारी, अखिलेश ने संगम जल पर उठाए सवाल तो BJP नेता ऐसे पड़े भारी

Maha Kumbh 2025: प्रयागराज में चल रहा महाकुंभ अब समाप्त होने की कगार पर है. लेकिन महाकुंभ को लेकर राजनीति लगातार जारी है. शुक्रवार 21 फरवरी को महाकुंभ का 40वां दिन है. महाकुंभ मेला खत्म होने में अब मात्र 5 दिन बचा है. अब तक 58 करोड़ से ज़्यादा लोग संगम में स्नान कर चुके हैं. महाकुंभ मेले की समाप्ति से पहले के वीकेंड को लेकर आज से ही प्रयागराज में फिर से श्रद्धालुओं का जमावड़ा उमड़ने लगा है. संगम में श्रद्धालुओं की आस्था की डूबकी के साथ-साथ महाकुंभ को लेकर यूपी में सियासत भी तेज है. 

संगम में खत्म हो जाता है जात-पात का भेद

अब नदियों की सफ़ाई को लेकर विपक्ष ने सरकार पर हमला किया है. दरअसल संगम में गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती का मिलन होता है. संगम में मोक्ष की कामना में आस्था की डुबकी लगाने हज़ारों लाखों नहीं बल्कि करोड़ों श्रद्धालु आते हैं. वो संगम जहां जात-पात का भेद ख़त्म हो जाता है. 

महाकुंभ को लेकर लगातार सरकार को घेर रहे अखिलेश

इस संगम को लेकर अब राजनीति तेज़ हैं. समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने गंगा की सफ़ाई को लेकर सरकार को घेरा है. कभी अव्यवस्था, कभी प्रशासनिक लापरवाही, कभी श्रद्धालुओं के आंकड़ों को लेकर तो कभी गंगा की सफाई को लेकर सरकार पर वो हमलावर हैं.

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संगम का पानी पीने योग्य है तो इसे भाजपा नेताओं के घर भेजा जाएः अखिलेश

संगम के पानी की क्वालिटी पर उठ रहे सवालों के बीच बुधवार को सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि संगम का पानी ना सिर्फ स्नान करने बलकि पीने के योग्य भी है. कुछ लोग महाकुंभ को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं. इसपर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि अगर संगम का पानी पीने योग्य है तो इसे बीजेपी नेताओं के घर खाना पकाने और स्नान करने के लिए भेजा जाए.      

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भगदड़, ट्रैफिक के बाद गंगा सफाई पर उठाया सवाल

ये कोई पहला मौक़ा नहीं है जब अखिलेश यादव महाकुंभ को लेकर सरकार पर निशाना साधते हुए नज़र आए. महाकुंभ में श्रद्धालुओं के लिए व्यवस्थाओं पर सवाल उठाया था. उन्होंने पहले मौनी अमावस्या पर हुई भगदड़, फिर रेलवे स्टेशन की भगदड़, फिर हाईवेज पर ट्रैफिक को लेकर और अब गंगा सफाई पर योगी सरकार को घेरने की कोशिश की है. 

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इस बीच शुक्रवार को महाकुंभ में आस्था की डूबकी लगाने पहुंचे असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा, "कुंभ में स्नान करना बहुत बड़ा सौभाग्य है. परमात्मा को बहुत-बहुत आभार कि उन्होंने हमें स्नान करने का मौका दिया. कुशलता के साथ मेला प्रबंधन किया गया है. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और पूरे प्रशासन को मैं धन्यवाद देता हूं. "

योगी बोले- महाकुंभ के आयोजन से यूपी की अर्थव्यवस्था में 3 लाख करोड़ आए

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, "... पिछले 8 वर्ष में हमारी सरकार ने 6 करोड़ से अधिक लोगों को गरीबी रेखा से ऊपर उठाने में सफलता प्राप्त की है। ये चीजे दिखाती हैं कि प्रत्येक क्षेत्र में बदलाव हुआ है... अकेले महाकुंभ का आयोजन उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था में 3 लाख करोड़ रुपए से भी अधिक वृद्धि करने वाला है..."

गजेंद्र सिंह शेखावत बोले- पानी की गुणवत्ता को लेकर गैरजिम्मेदाराना टिप्पणी कर रहा विपक्ष

साथ ही महाकुंभ पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव की टिप्पणी पर केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा, "पिछले 10 सालों में कोई भी ऐसा आयोजन हुआ है जिस पर भारत को गर्व हो. विपक्ष ने उस पर गैरजिम्मेदाराना टिप्पणी की है. आज कुंभ में 60 करोड़ से ज्यादा लोगों ने पवित्र डुबकी लगाई है. 

कुंभ दुनिया भर के लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र बन गया है, ऐसे समय में वे पानी की गुणवत्ता को लेकर गैरजिम्मेदाराना टिप्पणी कर रहे हैं. नहाने के पानी, नदी के पानी, पीने के पानी और पीने योग्य पानी के लिए दुनिया के अपने अलग-अलग मानक हैं और मुझे लगता है कि अखिलेश यादव उसे नहीं समझते हैं."

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