उत्तर प्रदेश के लखनऊ में तीन साल की बच्ची से हुए बलात्कार ने सबको झकझोर दिया है. आरोपी दीपक वर्मा, तो पुलिस मुठभेड़ में मारा गया, लेकिन मासूम मौत से जूझ रही है. अस्पताल में बच्ची के लिए एक-एक पल भारी पड़ रहा है. आलमबाग रेप कांड की पीड़ित बच्ची की किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (KGMC) अस्पताल में सर्जरी हुई. डॉक्टरों ने ऑपरेशन कर बच्ची के कोलोस्टॉमी यानी पेट से शौच के लिए कृत्रिम रास्ता बनाया है. बच्ची की हालत इतनी नाज़ुक है कि अभी उसके प्राइवेट पार्ट का आपरेशन नहीं किया गया है. डॉक्टरों के मुताबिक, अभी शुरुआती सर्जरी की गई है. करीब 3 घंटे तक सर्जरी चली और यह ऑपरेशन सफल रहा. मासूम बच्ची के अपहरण से आरोपी के एनकाउंटर में मारे जाने तक आइए... आइए सिलसिलेवार तरीके से आपको बताते हैं कि अब तक क्या हुआ.
बेहोशी की हालत में मेट्रो पुल के नीचे छोड़ा
पुलिस ने बताया कि बच्ची का अपहरण कर उसके साथ दुष्कर्म किया गया और फिर उसे बेहोशी की हालत में मेट्रो पुल के नीचे छोड़ दिया गया. बच्ची बेहद छोटी है, जिसकी वजह से वह विरोध नहीं कर पाई होगी और इसी का फायदा आरोपी ने उठाया.
गहरी नींद में सो रही बच्ची को माता-पिता के बगल से उठाया
बच्ची से दुष्कर्म की यह घटना लखनऊ के आलमबाग इलाके में हुई. बच्ची अपने माता-पिता के साथ चंदानगर मेट्रो स्टेशन के पास रहती थी. रात में बच्ची अपने माता-पिता के साथ फुटपाथ पर सो रही थी, तभी दीपक वर्मा उसे उठा कर ले गया. नींद में होने के कारण माता-पिता को बच्ची के अपहरण का अहसास नहीं हुआ. वहीं, बच्ची भी गहरी नींद में थी, जिसकी वजह से उसने विरोध नहीं किया.
सूचना मिलते ही पुलिस हरकत में आई
माता-पिता जब सुबह उठे, तो उन्हें बच्ची सोते हुए नहीं मिली, तो वे घबरा गए. इसके बाद माता-पिता ने बच्ची की तलाश शुरू की. आस-पड़ोस में सभी से पूछा, लेकिन बच्ची कहीं नहीं मिली. कुछ देर बाद बच्ची मेट्रो पुल के नीचे बेहोशी की हालत में मिली. परिजनों ने बच्ची को लोकबंधु अस्पताल पहुंचाया. बच्ची की हालत देखकर समझ में आ गया था कि उसके साथ गलत काम हुआ है. इसलिए माता-पिता ने घटना की सूचना आलमबाग थाने में दी. सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू की.
प्राइवेट पार्ट पर घाव बहुत गहरा
लखनऊ में एक बच्ची अपने माता-पिता के साथ फुटपाथ पर सो रही थी. 5 जून की सुबह दीपक वर्मा उसे उठा कर ले गया. बच्ची के साथ रेप हुआ. उसी दिन बच्ची को किंग जॉर्ज मेडिकल कॉलेज में एडमिट कराया गया. यहीं उसका इलाज हो रहा है. इलाज के बाद से बच्ची की हालत स्थिर बनी हुई है. बच्ची के प्राइवेट पार्ट पर घाव बहुत गहरा है. इसके कारण तत्काल ऑपरेशन संभव नहीं हो पाया. इन्फेक्शन से बचाने के लिए ड्रेसिंग की गई है. दूसरा ऑपरेशन बच्ची के हालत की मॉनिटरिंग के बाद तय होगा.
ऐसे पुलिस की गिरफ्त में आया दीपक वर्मा
दीपक वर्मा तक यूपी पुलिस सीसीटीवी कैमरों की मदद से पहुंची. सीसीटीवी फुटेज खंगालने के बाद पुलिस ने आरोपी की पहचान दीपक वर्मा के रूप में की, जिसमें वह बच्चे के साथ दिखाई दिया. पुलिस अधिकारियों ने बताया कि वह आदतन अपराधी था और शहर के विभिन्न थानों में उसके खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं. पुलिस उपायुक्त (मध्य क्षेत्र) आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि घटना की सूचना मिलने के तुरंत बाद पांच पुलिस टीमें गठित की गईं और उसकी गिरफ्तारी पर एक लाख रुपये का इनाम घोषित किया गया था
सरेंडर करने को कहा, तो चला दी गोलियां...
सीसीटीवी फुटेज के जरिए दीपक वर्मा की पहचान करने के बाद पुलिस ने उसके स्कूटर का रजिस्ट्रेशन नंबर हासिल कर लिया. बाद में, एक गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस ने शुक्रवार तड़के छावनी के देवी खेड़ा के पास वर्मा को पकड़ लिया. श्रीवास्तव ने बताया, "जब दीपक वर्मा से सरेंडर करने के लिए कहा गया, तो उसने पुलिस टीम पर गोलियां चला दीं. जवाबी फायरिंग में वह घायल हो गया." पुलिस ने बताया, "5 जून की सुबह 10 बजे शिकायत दर्ज कराई गई कि ढाई साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म किया गया है. मुकदमा दर्ज कर पांच टीमें गठित की गईं. स्कूटर की सीसीटीवी फुटेज के अनुसार आरोपी की पहचान दीपक वर्मा के रूप में हुई. पुलिस आयुक्त को एक लाख रुपये का इनाम घोषित करने का प्रस्ताव दिया गया. 20 घंटे के भीतर पुलिस टीम और आरोपी के बीच मुठभेड़ हो गई. आरोपी गंभीर रूप से घायल हो गया और उसे इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उसने दम तोड़ दिया."