नीतीश कटारा केस में सजा काटकर 20 साल बाद बाहर आए सुखदेव पहलवान की सड़क हादसे में मौत

गाजियाबाद के चर्चित नीतीश कटारा हत्याकांड में 20 साल की सजा काट कर तिहाड़ जेल से छूटे एक दोषी सुखदेव पहलवान की सड़क हादसे में मौत हो गई. यह हादसा कुशीनगर जिले के तुर्कपट्टी थानाक्षेत्र में हुआ.

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कुशीनगर:

नीतीश कटारा हत्याकांड के एक दोषी सुखदेव पहलवान की गाड़ी को एक अज्ञात गाड़ी ने टक्कर मार दी. यह टक्कर इतनी जोरदार थी कि सुखदेव पहलवान की मौत हो गई. यह हादसा कुशीनगर जिले के तुर्कपट्टी थाना क्षेत्र इलाके में हुई. इस हादसे में दो लोगों की मौत हो गई. पुलिस आरोपी कार चालक की तलाश कर रही है. इस हत्याकांड में 20 साल की सजा काटने के बाद सुखदेव पहलवान अभी कुछ महीने पहले ही जेल से रिहा हुआ था. पलिस इस मामले की जांच कर रही है. 

कहां और कैसे हुआ हादसा

यह हादसा कुशीनगर जिले के तुर्कपट्टी थानाक्षेत्र के मधुरिया पुलिस चौकी के पास हुआ. बाइक पर सुखदेव पहलवान के अलाव दो और लोग सवार थे. हादसे के बाद अस्पताल ले जाया गया. जहां उसकी मौत हो गई. उसके साथ बैठ दो लोगों का इलाज चल रहा है. पुलिस इस मामले की जांच कर रही है. वह कुशीनगर जिले के ही पटहेरवा थाना क्षेत्र के तरुवनवा गांव का निवासी था.

कब हुआ था नीतीश कटारा हत्याकांड

नीतीश कटारा हत्याकांड 16-17 फरवरी 2002 को रात दिल्ली से सटे गाजियाबाद में हुआ था. कटारा की हत्या पश्चिम उत्तर प्रदेश के  बाहुबली नेता और शराब कारोबारी डीपी यादव की पुत्री भारती यादव के साथ प्रेम संबंध में हुई थी. हत्या का दोष डीपी यादव के बेटे विकास यादव, भतीजे विशाल यादव और सुखदेव पहलवान पर लगा था. सुप्रीम कोर्ट ने तीन अक्टूबर 2016 को सुनाए फैसले में विकास और विशाल को 25 साल और विकास यादव के सहयोगी सुखदेव पहलवान को 20 साल के जेल की सजा सुनाई थी. सुखदेव की सजा पूरी करने के बाद अभी कुछ महीने पहले ही दिल्ली की तिहाड़ जेल से रिहा हुआ था. सुखदेव की रिहाई सुप्रीम कोर्ट के दखल के बाद संभव हो पाई थी. सुखदेव ने 20 साल की सजा मार्च 2024 में ही पूरी कर ली थी,  लेकिन कुछ तकनीकी कारणों से उसकी रिहाई नहीं हो पाई थी. 

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