- इटावा में कथावाचक चोटीकांड के चलते लोगों ने थाना बकेवर का घेराव किया.
- नाराज प्रदर्शनकारियों ने गगन यादव को छोड़ने और दोषियों पर कार्रवाई की मांग की.
- पुलिस ने कथावाचकों के खिलाफ फर्जी आधार कार्ड बनाने का मामला दर्ज किया है.
- अखिलेश यादव ने कथावाचकों के साथ हुई अभद्रता पर सरकार पर सवाल उठाए.
कथावाचक चोटीकांड मामला बड़ा होता जा रहा है. इटावा में अहीर रेजिमेंट और यादव संगठन के लोगों ने थाना बकेवर का घेराव कर दिया है. वहां हंगामा करते हुए सड़क जाम कर दिया. नाराज लोगों ने गगन यादव को छोड़ने की मांग और दोषियों पर कार्यवाही की मांग की है.
क्यों फायरिंग करनी पड़ी
इटावा के थाना बकेवर में अजीत रेस्टोरेंट और यादव संगठन के लोगों ने पहुंचकर हंगामा किया तो पुलिस को प्रदर्शनकारियों को खदेड़ने के लिए हवाई फायरिंग करना पड़ी. ग्राम दादरपुर मे उपद्रवियों ने पुलिस का वाहन तोड़ा को आत्मरक्षा में पुलिस ने हवाई फायरिंग कर दी. यादव समाज कथा वाचकों के खिलाफ FIR लिखे जाने के बाद उग्र हो गया था.
ब्राम्हण समाज के प्रति विरोध प्रदर्शन दिखाने के लिए हज़ारो की संख्या में यादव समाज के लोग बाइकों के माध्यम से ग्राम दादरपुर पहुंच रहे हैं. पुलिस ने उन्हें काफी समझाने की कोशिश की मगर जब वे हिंसक होने लगे तो हवाई फायरिंग करनी पड़ी. इन संगठनों ने मांग की है कि गगन यादव को छोड़ दिया जाए. इसके साथ ही कथा वाचकों के खिलाफ जो कार्रवाई की गई है, उसको वापस लिया जाए और जिन लोगों ने घटना की है, उन लोगों के खिलाफ करवाई की जाए.
कथावाचकों पर केस दर्ज
दरअसल, इटावा के कथावाचक अपमान केस में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है. इटावा पुलिस ने दोनों कथावाचकों के खिलाफ फर्जी आधार कार्ड बनाने और जाति छुपाकर कथा करने के मामले में धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया है. पुलिस ने कथावाचक मुकुट मणि यादव और उनके सहायक संत सिंह यादव के खिलाफ ये मुकदमा इटावा के बकेवर थाने में दर्ज किया है.
कथावाचकों के पास मिले दो आधार कार्ड
इटावा के बकेवर इलाके में स्थित दान्दरपुर गांव में भागवत कथा के दौरान जाति छुपाने के मुद्दे पर 21 जून को दोनों कथावाचकों की पिटाई की गई थी. इस दौरान उनके बाल भी काट दिए गए थे। इस घटना का वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया था और उन्हें जेल भेज दिया था. हालांकि, इस मामले में सियासत तेज होने के बाद दोनों कथावाचकों पर फर्जी आधार कार्ड बनाने और जाति छुपाकर कथा करने का आरोप लगा था. इस मामले में धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया गया है। बताया जा रहा है कि मुकुट मणि यादव के पास दो आधार कार्ड मिले हैं, जिन पर दो अलग-अलग नाम हैं.
कथावाचक चोटी मामले में सीएम योगी ने इटावा एसएसपी को फटकारा, जानिए पूरा मामला
अखिलेश यादव कथावाचकों के सपोर्ट में
कथावाचकों के साथ हुई अभद्रता को लेकर सपा अध्यक्ष और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सरकार पर सवाल उठाए थे. उन्होंने एक्स अकाउंट पर लिखा था, "इटावा के बकेवर इलाके के दान्दरपुर गांव में भागवत कथा के दौरान कथावाचक और उनके सहायकों की जाति पूछने पर पीडीए की एक जाति बताने पर कुछ वर्चस्ववादी और प्रभुत्ववादी लोगों ने साथ अभद्र व्यवहार करते हुए उनके बाल कटवाए, नाक रगड़वाई और इलाके की शुद्धि कराई. हमारा संविधान जातिगत भेदभाव की अनुमति नहीं देता है, ये व्यक्ति की गरिमा और प्रतिष्ठा से जीवन जीने के मौलिक अधिकार के विरुद्ध किया गया अपराध है. सभी आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी हो और यथोचित धाराओं में मुकदमा दर्ज किया जाए. अगर आगामी 3 दिनों में कड़ी कार्रवाई नही हुई तो हम ‘पीडीए के मान-सम्मान की रक्षा' के एक बड़े आंदोलन का आह्वान कर देंगे."
इसके बाद, दोनों कथावाचकों ने लखनऊ में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव से भी मुलाकात की थी. अखिलेश ने एक्स पर फोटो शेयर करते हुए लिखा था, "‘इटावा कथावाचन पीडीए अपमान कांड' के पीड़ितों का सम्मान किया गया और उनकी आर्थिक हानि के लिए सहायता राशि दी गई और जिस दृष्टिहीन कलाकार की ढोलक छीनी गयी, उसे नई ढोल भी दी गई." बिहार के राजद नेता तेजस्वी यादव ने भी इस मामले को लेकर योगी सरकार को घेरा था.