इश्क का चक्कर और बीमा की रकम का लालच.. मां ने अपने ही जिगर के टुकड़े को ही मरवा डाला!

कानपुर पुलिस ने प्रदीप शर्मा हत्याकांड का भंड़ाफोड़ कर दिया है. पुलिस के मुताबिक प्रदीप की हत्या में उसकी मां का हाथ था. पुलिस ने इस सिलसिले में दो लोगों को गिरफ्तार किया है.

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कानपुर:

कानपुर देहात में कुछ दिन पहले कानपुर-इटावा हाइवे पर एक युवक का शव मिला था. इस मामले में पुलिस ने सनसनीखेज खुलासा किया है. पुलिस का कहना है कि युवक की मां ने ही अपने प्रेमी के साथ मिलकर युवक की हत्या कराई थी. मामले को हादसे का रूप देने के लिए शव को सड़क पर फेंक दिया गया था. पुलिस का कहना है कि हादसे का कारण प्रेम संबंध में बाधा बनना और बीमा की रकम हड़पना था. पुलिस ने एक हल्की मुठभेड़ के बाद दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. एक आरोपी का नाम मयंक उर्फ ईशु और दूसरे का नाम ऋषि कटियार है. मुठभेड़ में ऋषि कटियार घायल हो गया.

इस मामले में गिरफ्तार मयंक उर्फ ईशू कटियार ने पुलिस को जो कहानी बताई है, वह रोंगटे खड़े कर देने वाली है. उसने बताया कि मृतक 23 साल का प्रदीप शर्मा उर्फ सुक्का के पिता की मौत हो चुकी है. इसके बाद प्रदीप की मां के साथ ईशू के प्रेम संबंध हो गया था. जब प्रदीप को इस बात की जानकारी मिली तो वह इसका विरोध करने लगा. इसी बात पर वह अपनी मां से अलग रहने लगा. इसी बात से नाराज होकर उसकी मां ने अपने प्रेमी मयंक और उसके भाई ऋषि कटियार के साथ मिलकर प्रदीप को रास्ते से हटाने की योजना बनाई. इस साजिश के तहत, तीनों ने मिलकर प्रदीप के नाम पर कई बीमा पॉलिसियां खरीदीं. उनका मकसद प्रदीप की मौत के बाद क्लेम की मोटी रकम हासिल करना था.

प्रदीप शर्मा की मां ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर बेटे का कई जीवन बीमा करवाया था.

दीपावली की छुट्टियों में जब प्रदीप आंध्र प्रदेश से घर आया, तो आरोपियों ने अपनी योजना को अंजाम देने का फैसला किया. 26 अक्टूबर की शाम को मयंक और ऋषि, प्रदीप को खाना खिलाने के बहाने अपनी वैगनआर कार में बैठाकर ले गए. कार में ही उन्होंने हथौड़े से प्रदीप के सिर पर कई वार किए. इससे उसकी मौत हो गई. हत्या को सड़क दुर्घटना का रूप देने के लिए उन्होंने प्रदीप के शव को डेरापुर थाना क्षेत्र के बलहारामऊ गांव के पास कानपुर-इटावा हाइवे पर फेंक दिया और फरार हो गए.

शव मिलने के बाद प्रदीप के चाचा और बाबा ने गांव के ही ऋषि और ईशू कटियार पर हत्या का आरोप लगाते हुए मामला दर्ज कराया था. वहीं प्रदीप की मां लगातार इसे एक सड़क हादसा बताती रही. पुलिस ने जब जांच शुरू की तो कहानी की परतें खुलने लगीं. बुधवार को मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने मुख्य आरोपी ऋषि कटियार की घेराबंदी की. खुद को घिरा देख ऋषि ने पुलिस टीम पर फायरिंग कर दी. जवाबी कार्रवाई में पुलिस की गोली उसके पैर में लगी. इसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया. पुलिस ने उसके कब्जे से एक अवैध तमंचा और हत्या में इस्तेमाल की गई कार भी बरामद की है. इससे पहले पुलिस ने दूसरे आरोपी मयंक उर्फ ईशू को भी गिरफ्तार कर लिया था. उसकी निशानदेही पर हत्या में इस्तेमाल हथौड़ा भी बरामद कर लिया है. घायल आरोपी को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. पुलिस मामले की आगे की जांच कर रही है.

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