जन्माष्टमी पर मथुरा में कुट्टू के आटे से बना 'फलाहार' खाने के बाद 130 लोग बीमार

प्रशासन ने बताया कि खाद्य एवं औषधि विभाग लगातार क्षेत्रीय स्तर पर कस्बे व आसपास के गांवों की दुकानों से नमूने एकत्र कर विधिक कार्रवाई कर रहा है. अभी तक सभी पीड़ितों की हालत स्थिर है और उनका उपचार जारी है.

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मथुरा:

श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर उपवास के दौरान कूट्टू के आटे से बना 'फलाहार' खाने से 5 गांवों के करीब 130 लोग बीमार हो गए. सभी लोगों को आनन-फानन में इलाज के लिए कई अस्पतालों में भर्ती कराया गया. कुछ लोगों की गंभीर हालत देखते हुए उन्हें हायर सेंटर आगरा रेफर कर दिया गया.

खाद्य सुरक्षा विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आयी है. आरोप है कि दूषित खाद्य सामग्री बेचने वालों पर कार्रवाई नहीं की जाती है. खाद्य सुरक्षा विभाग की सह पर ही दूषित खाद्य सामग्री बेची जा रही है. अब डीएम शैलेंद्र सिंह ने पूरे मामले की जांच के लिए एक टीम बनाई है.

मामला मथुरा के फरह इलाके का है. कृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर कूट्टू के आटे के पकोड़े बनाए गए थे. पकोड़े खाने के कुछ देर बाद ही लोगों के पेट में दर्द होने लगा. उन्हें उल्टी और दस्त की शिकायत होने लगी.

आनन-फानन में बीमार लोगों को फरह के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया. मरीजों में कुछ की हालत ज्यादा बिगड़ने लगी तो उन्हें आगरा के एसएन अस्पताल रेफर किया गया.

इसके अलावा कुछ लोगों का मथुरा के जिला अस्पताल और वृंदावन के अस्पताल सहित प्राइवेट अस्पतालों में इलाज किया जा रहा है.

जिला खाद्य एवं औषधि प्रशासन की टीम ने कुट्टू के आटे की आपूर्ति करने वाले दो दुकानदारों के यहां छापा मारकर दुकानें सील कर दी हैं और उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जा रहा है.

डीएम शैलेंद्र सिंह ने बताया कि फूड प्वाइजनिंग के कारण महिलाएं, बच्चे समेत करीब 130 से अधिक लोग बीमार पड़ गए हैं. इन लोगों ने कूट्टू के आटे के पकोड़े खाए थे, जिसके कारण इनकी तबीयत बिगड़ी.

बता दें कि जिन लोगों की तबीयत बिगड़ी है. उनमें गांव परखम, बरोदा, मिर्जापुर, मखदूम खैरट के लोग शामिल हैं. फिलहाल सभी का अलग-अलग अस्पतालों में इलाज चल रहा है. इस घटना के कारण फूड विभाग में भी हड़कंप मचा हुआ है.

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