यूपी के कौशांबी जिले से चौंका देने वाली खबर है. यहां कुछ लोग 95 साल के बुजुर्ग जगपत यादव को चारपाई में लेकर एसडीएम दफ्तर पहुंचे. जगपत पर दबंगई का आरोप लगा था. परिजनों का कहना है कि जीवन के आखिरी पड़ाव में लगे इस दाग को मिटाने के लिए वे चारपाई पर ही एसडीएम ऑफिस पहुंचे थे. बेटा, बहू और नाती उन्हें कंधों पर उठाकर अधिकारी के सामने हाजिर हुए.
मामला कौशांबी के पिपरी थाना क्षेत्र के मखऊपुर गांव का है. गांव के कुछ लोगों ने 95 वर्षीय जगपत यादव और उनके परिवार पर दबंगई व निर्माण कार्य में बाधा डालने का आरोप लगाया था. इस शिकायत को झूठा बताते हुए परिजन चारपाई पर बुजुर्ग को लेकर चायल तहसील पहुंचे.
बुजुर्ग की मौत के बाद अब परिजनों ने आरोप लगाया है कि बिस्तर पर पड़े इतने बुजुर्ग व्यक्ति पर लगे दबंगई के झूठे आरोपों से वो बेहद आहत थे. इस उम्र में कचहरी जाकर बेगुनाह साबित करने की वजह से वो अंदर से टूट गए थे और आहत होकर उन्होंने दम तोड़ दिया.
मौत से एक दिन पहले ही अपनी बेगुनाही साबित करने जगपत यादव एसडीएम अरुण कुमार के सामने चारपाई पर पेश हुए थे. अधिकारी ने जांच कराने और उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया था. लेकिन घर लौटने के अगले दिन ही बुजुर्ग जगपत यादव की तबीयत बिगड़ गई और उनकी मौत हो गई.














