'न मास्क पहना, न सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल' : सावन के दूसरे सोमवार को काशी विश्वनाथ में भक्तों की भीड़

सावन के दूसरे सोमवार के दिन बड़ी संख्या में लोग वाराणसी के काशी विश्वनाथ मंदिर में पूजा करने के लिए पहुंचे. इस दौरान श्रद्धालुओं ने गंगा नदी में डुबकी भी लगाई.

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काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन के लिए भक्तों की भीड़
वाराणसी:

कोरोना वायरस (Coronavirus) की दूसरी लहर के बीच सावन मनाया जा रहा है. सावन महीने का आज दूसरा सोमवार (Second Monday of Sawan) है. देशभर के शिव मंदिरों में भक्त दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं. इस दौरान, कई जगहों पर कोरोना नियमों के उल्लंघन की तस्वीरें भी सामने आ रही हैं. उत्तर प्रदेश के वाराणसी स्थित विश्व प्रसिद्ध काशी विश्वनाथ मंदिर (Kashi Vishwanath) मंदिर में भक्तों की भारी भीड़ है. दर्शन और पूजा के लिए लाइन लगी है, लेकिन कई लोगों ने न तो मास्क पहन रखा है और न ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन हो रहा है. 

समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, सावन के दूसरे सोमवार के दिन बड़ी संख्या में लोग वाराणसी के काशी विश्वनाथ मंदिर में पूजा करने के लिए पहुंचे. इस दौरान श्रद्धालुओं ने गंगा नदी में डुबकी भी लगाई. तस्वीरों में साफ देखा जा सकता है कि घाटों पर भारी भीड़ मौजूद लेकिन, कई लोगों ने मास्क पहनने और सोशल डिस्टेंसिंग सहित कई कोरोना संबंधी मानदंडों का उल्लंघन किया. 

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कोरोना की तीसरी लहर की आशंका के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर तमाम विशेषज्ञ लॉकडाउन में ढील के बाद जुटने वाली भीड़ को लेकर चिंता जाहिर कर चुके हैं. प्रधानमंत्री ने हिल्स स्टेशनों और बाजारों में बढ़ती भीड़ को लेकर हाल ही में कहा था कि पहाड़ी इलाकों में, मार्केट में बिना मास्क पहने, बिना प्रोटोकॉल पर अमल किए बिना भारी भीड़ का उमड़ना चिंता का विषय है. यह ठीक नहीं है. वायरस अपने आप नहीं आता. कोई जाकर ले आए तो आता है. 

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उन्होंने कहा कि कोरोना प्रोटोकॉल के पालन पर हमें कंप्रोमाइज नहीं करना है. एक्सपर्ट भी बार-बार चेतावनी दे रहे हैं कि असावधानी, लापरवाही और भीड़भाड़ ऐसे कारणों से कोरोना संक्रमण में भारी उछाल आ सकता है. 
 

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